जम्मू-कश्मीर में नई भूमि नीति बिना मकसद के नहीं : सज्जाद लोन
श्रीनगर। पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन की नई भूमि नीति बिना मकसद के नहीं है और यह कश्मीरियों को अलग-थलग करने का प्रयास है। लोन की यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर में भूमि पट्टा धारकों द्वारा सरकार को कब्जा वापस करने के लिए कहे जाने के मद्देनजर आई है।
The new Land policy is not at par with the rest of the country.
— Sajad Lone (@sajadlone) December 15, 2022
It may well start the dark chapter of now blatantly othering the Kashmiris.
Lease rules across the world and in India r fairly simple and on similar lines.
But these r different and not with out motives.
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Wow u first create a murderous demon. And get people killed by that demon.
— Sajad Lone (@sajadlone) December 14, 2022
Now u want us to give credit to u for promising to punish that demon ,to kill that demon.
And all we say is the weapon in ur hand (UT Assembly) can’t kill a demon.
लोन ने एक ट्वीट में कहा, नई भूमि नीति देश के बाकी हिस्सों जैसी नहीं है। यह कश्मीरियों को स्पष्ट रूप से अलग-थलग करने का काला अध्याय शुरू कर सकती है। दुनियाभर में और भारत में किराए के लिए अनुबंध के नियम काफी सरल और समान तर्ज पर हैं। लेकिन कश्मीर में ये अलग हैं और ऐसा बिना मकसद के नहीं हैं। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की।
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