'काला दिवस': काली पट्टी बांधकर बीएचयू स्टूडेंट्स ने जताया विरोध

'काला दिवस': काली पट्टी बांधकर बीएचयू स्टूडेंट्स ने जताया विरोध

अमृत विचार, वाराणसी। बीएचयू (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) में बुधवार को काला दिवस मामने की शुरूआत हो चुकी है। निलंबित शोधार्थियों के समर्थन में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध में करीब  10 हजार से ज्यादा पर्चे बंटवाने के बाद अब यूनिवर्सिटी कैंपस में स्टूडेंट्स ने बांह में काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया।  

बता दें कि बुधवार की सुबह से सिंह द्वार, साइबर लाइब्रेरी, भूगोल विभाग और विश्वनाथ मंदिर में काली पट्टी बांधकर स्टूडेंट्स ने काला दिवस मनाया। यही नहीं यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों को गुट विरोध मार्च करने की कवायद में जुटा है। हालांकि स्टूडेट्स ने चेतावनी दी कि आज सभी स्टूडेंट्स काला दिवस मना रहे हैं। अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो जल्द ही वह सड़कों पर आंदोलन करेंगे।

गौरतलब है कि बीते सप्ताह बीएचयू के पांच शोधार्थियों को 14 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। उन पर छह महीने पहले कॉलेज के सुरक्षाधिकारियों के संग झड़प का आरोप लगाया गया था। हालांकि, शोधार्थियों के बीच झड़प हुई थी लेकिन शोधार्थी उमंग फार्मेसी में ढाई करोड़ के हेर-फेर को लेकर आंदोलनरत थे। सीएजी की रिपोर्ट को यूनिवर्सिटी समक्ष पेश किया गया था। इस रिपोर्ट के आधार पर शोधार्थियों को निंलम्बित कर दिया गया है। निंलबन की कार्रवाई के बाद स्टूडेंट्स ने पूरे कैंपस में मोर्चा खोल रखा है। वह पूरे दिन परिसर में घूम-घूमकर पर्चे बांट रहे हैं।

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