अयोध्या: 'घर के न घाट के' रहे नगर निगम में शामिल 41 गांव, दो साल बाद भी मयस्सर नहीं बुनियादी सुविधाएं

अयोध्या: 'घर के न घाट के' रहे नगर निगम में शामिल 41 गांव, दो साल बाद भी मयस्सर नहीं बुनियादी सुविधाएं

अमृत विचार, अयोध्या। नगर निगम में शामिल 41 गांवों में विकास कार्य ठप हैं। ग्राम पंचायत निधि से मिलने वाली सुविधाएं तो छिन ही गईं थीं। नगर निगम में आने के बाद एक लाख से अधिक आबादी शहरी तो हो गयी लेकिन इन्हें न तो ग्रामीण वाली सुविधाएं मिल रही हैं और न ही शहर जैसी मूलभूत सुविधाएं मयस्सर हो पा रही हैं। ऐसे में नगर निगम में शामिल 41 गांवों की हालत ‘न घर के न घाट के’ वाली कहावत जैसी हो गयी है। जो गांव शहर से बिल्कुल सटे हैं, वहां तो कुछ सड़कें बन रही लेकिन जो गांव आठ से 10 कि.मी. दूर स्थित हैं, वहां अभी कोई कार्य नहीं हो पाया है। 
    
 हालांकि शासन ने नगर सृजन योजना के तहत नगर निगम में शामिल 41 गांवों के विकास कार्यों के लिए 49 करोड़ रुपये निगम को आवंटित कर दिया है, लेकिन अभी तक कोई विकास कार्य शुरू नहीं हो पाया है, जबकि निगम में आए हुए एक साल बीत गये। शासन से बजट आने के बाद निगम के निर्माण विभाग ने कुछ सड़कों का कार्य शुरू भी कराया तो उसकी गति भी बहुत धीमी है। 41 गांवों का चौतरफा विकास करने का दावा महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने किया था। 

लेकिन निगम के अधिकारी शासन की मंशा की हवा निकालने के साथ महापौर के प्रयासों में भी रोड़ा बन गये हैं। 41 गांवों की एक लाख से अधिक की आबादी को मूलभूत सुविधाएं प्राप्त करने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है। निगम में आने के बाद ग्राम पंचायत व जिला पंचायत से भी इनका नाता टूट चुका है। अब यहां के लोग नगर निगम से पक्की सड़कें, रोड लाइट सहित अन्य विकास कार्य कराये जाने की आस लगाए बैठे हैं।

नगर सृजन योजना के तहत होना है 41 गांवों में विकास कार्य
नगर निगम में शामिल 41 गांवों में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत विकास कार्य कराये जाने हैं। इसके योजना के तहत करीब 60 कार्य होने हैं। मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत निगम में शामिल 41 गांवों में प्रमुख रूप से सड़क निर्माण के अलावा स्कूलों का निर्माण, तालाबों का विकास कराया जाएगा। योजना के तहत निगम की ओर से शासन को 60 कार्यों का प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें 10-12 कार्यों की ही स्वीकृति आई है।  फिलहाल 41 गांवों में निगम का कर विभाग ने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर कर निर्धारण भी शुरू कर दिया है। लेकिन यहां अभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं हो सकी हैं। 

नगर निगम में शामिल 41 गांवों में मुख्यमंत्री नगर सृजन के तहत कार्य कराये जाने हैं। टेण्डर कराया जा चुका है। 49 करोड़ रुपये प्राप्त हैं। शासन को कार्यों का जो प्रस्ताव भेजा गया है उसमें कुछ परियोजनाओं की स्वीकृति आ गई है और अभी कुछ कार्यों की स्वीकृति मिलनी है। फिलहाल वहां सड़क निर्माण का कराया जा रहा है ...कमलजीत सिंह, मुख्य अभियंता निर्माण, नगर निगम अयोध्या।

यह भी पढ़ें:-UP: मदरसों में शुक्रवार की छुट्टी को लेकर बड़ा विवाद, जानें क्या है पूरा मामला