Kanpur Nagar Nigam में फिर लगेगा शहीद मेजर सलमान का बोर्ड, रेनोवेशन के लिये हटाया
कानपुर नगर निगम में लगेगा शहीद मेजर सलमान का बोर्ड।
कानपुर नगर निगम में शहीद मेजर सलमान का बोर्ड लगेगा। नगर निगम गेट के रेनोवेशन के लिए शहीद मेजर सलमान द्वार का बोर्ड हटाया । सपा विधायक ने फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर विरोध जताया।
कानपुर, अमृत विचार। नगर निगम में लगे शहीद मेजर सलमान के बोर्ड को उतारकर जमीन पर फेंकने की फोटो वायरल होने के बाद विभाग बैकफुट पर आ गया है। मुख्य द्वारा के सुंदरीकरण के बाद नाम दोबारा न लिखे जाने के विरोध में सपा विधायक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर विरोध किया था। जिसके बाद उन्होंने कई आरोप भी लगाये थे।
मामला तूल पकड़ने के बाद मंगलवार को नगर निगम ने नगर निगम लिखा हटा दिया है। स्मार्ट सिटी नोडल अधिकारी आरके सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि नया बोर्ड बनवाया जा रहा है।
नगर निगम मुख्यालय का रेनोवेशन चल रहा है। यहां मुख्य द्वारा पर शहीद मेजर सलमान का बोर्ड लगा था। जिसे कर्मचारियों ने उतारकर जमीन पर फेंक दिया। इसके स्थान पर गेट के ऊपर नगर निगम कानपुर लिख दिया गया। दोनों ही फोटो को किसी ने खींचकर सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल कर दी।
सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी तक फोटो पहुंची तो उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया कि मजहब के नाम पर यह शहीद का अपमान है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक ने कहा कि शहीदों का अपमान किया तो आंदोलन करेंगे
7 मई 2005 को वह वीरगति को प्राप्त हुए
मेजर सलमान अहमद खान किदवई नगर के रहने वाले थे। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1978 में हुआ। उन्होंने कारगिल युद्ध में 80 आतंकियों को मार गिराया था। वर्ष 2005 में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के एक गांव में एक आतंकी को ढेर किया। दूसरे आतंकी के भागने पर उसका पीछा करने लगे। एक घर में आतंकी के छिपे होने की सूचना मिली, लेकिन वहां से स्वचालित हथियारों से उन पर हुई गोलीबारी से 5 मई 2005 को वह घायल हो गए।
इसके बाद भी उन्होंने घर पर हथगोले फेंक कर दूसरे आतंकी को भी मार दिया। 7 मई 2005 को वह वीरगति को प्राप्त हुए। साल 2006 को मरणोपरान्त मेजर सलमान को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उनकी याद में नगर निगम के मुख्य द्वार का नाम मेजर सलमान द्वार रखा गया है।
