Auraiya, Kanpur Dehat में मेडिकल कॉलेज का इंतजार तीन महीने बढ़ा, धीरे गति से चल रहा निर्माण
औरैया, कानपुर देहात मेडिकल कॉलेज का इंतजार तीन महीने बढ़ा।
औरैया, कानपुर देहात मेडिकल कॉलेज का इंतजार तीन महीने बढ़ा। इसका सुस्त गति से निर्माण कार्य चल रहा। अधिकारी देरी की वजह अक्टूबर में हुई बारिश बता रहे।
कानपुर, अमृत विचार। अपने जिले में मेडिकल की पढ़ाई करने का मन बना रहे औरैया और कानपुर देहात के छात्र-छात्राओं को अभी इंतजार करना पड़ेगा। मंडल के दोनों नए मेडिकल कॉलेज निर्माण लक्ष्य का समय तीन महीने और बढ़ गया है। साढ़े पांच सौ करोड़ के इन दोनों प्रोजेक्ट के निर्माण में देरी की वजह सुस्त चाल मानी जा रही है। जो कॉलेज 31 मार्च तक तैयार हो जाने चाहिए थे, अब उसका निर्माण लक्ष्य 30 जून कर दिया गया है।
प्रदेश सरकार की हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है। इस योजना के तहत ही कानपुर देहात और औरैया जिले में जिला अस्पताल को उच्चीकृत करते हुए मेडिकल कॉलेज तैयार किए जाने की योजना तैयार की गई थी।
औरैया जिले में 15 एकड़ भूमि में 280 करोड़ और कानपुर देहात में 13 एकड़ भूमि में 265 करोड़ में ये कॉलेज तैयार किये जा रहे हैं। इसमें जिला अस्पताल में भी निर्माण का बजट शामिल है।
प्रोजेक्ट में नर्सेज हास्टल, ऑपरेशन, एसटीपी, सब स्टेशन, छात्र व छात्रा हॉस्टल, पोस्टमार्टम, फेकल्टी भवन, आवास, लैब आदि का निर्माण किया जा रहा है। पिछले साल गुजरात की कंपनी द्वारा मई में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की नींव रखी गई थी।
कॉलेज बनने को लेकर जहां सरकार ने तेजी लाने के निर्देश दिए थे तो वहीं इस विकास से युवाओं के भी चेहरे खिले हुए थे। जो दूसरे जिले व प्रदेश में एडमिशन को लेकर मन बना रहे थे, उन्हें अपने ही जिले में मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने से काफी खुशी थी।
कॉलेज भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग का भवन निर्माण खंड कर रहा है। इस साल 31 मार्च निर्माण का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन निर्माण कार्य धीमी चाल से होने की वजह से तय लक्ष्य में इसके पूरे होने की संभावना कम लग रही है। इसलिए विभाग ने अब इसका निर्माण लक्ष्य तीन महीने और बढ़ा दिया गया है। अधिकारी निर्माण कार्यों में देरी की वजह पिछले साल अक्टूबर में हुई बारिश बता रहे हैं।
औरैया और कानपुर देहात जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज भवन बन रहा है। पहले इसका लक्ष्य इस साल की 31 मार्च तय किया गया था, लेकिन बारिश के कारण काम में विवधान रहा, जिस वजह से अब 30 जून तक इसे पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।- राकेश वर्मा, एक्सईएन, भवन निर्माण खंड, पीडब्ल्यूडी
