बरेली: 40 हजार देकर खुद लाखों कमाए और निगम के उद्यान को उजाड़ गया ठेकेदार

नगर निगम ने गांधी उद्यान में वाहन स्टैंड का ठेका दिया था

बरेली: 40 हजार देकर खुद लाखों कमाए और निगम के उद्यान को उजाड़ गया ठेकेदार

बरेली, अमृत विचार। रुपये कमाने के लिए पेड़ों को नुकसान पहुंचाने से भी गुरेज नहीं किया गया। उत्तरायणी मेला समिति ने मेले के लिए वाहन स्टैंड के लिए उस जगह को चुना, जहां मियावाकी जंगल है और पौधे लगे हैं। नगर निगम से भी किसी जिम्मेदार ने यह नहीं देखा कि वाहन स्टैंड के लिए जगह देने के बदले उसके लगाए पौधों को नुकसान होगा या नहीं।

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तीन दिन के मेले में हजारों वाहन खड़े हुए। नगर निगम को समिति ने मात्र 40 हजार दिए, लेकिन ठेकेदार ने निगम की दरियादिली पर उसी जगह पर वाहन खड़ा करने के नाम पर लाखों रुपये कमा लिए। इसके अलावा मेले के दोनों द्वार के बाहर सड़कों के किनारे खड़े वाहनों से भी पर्ची देकर वसूली की गई।

कुरेकतुरकरु
उत्तरायणी मेले के साईकिल स्टैंड की पर्ची

उत्तरायणी मेला देखने आने के लिए समिति ने नगर निगम के गांधी उद्यान की उस जगह को चुना, जहां का गेट वर्षों से बंद था। सिविल लाइंस के लोगों ने इस गेट को खुलवाने के लिए संघर्ष किया था। इस संबंध में लोग पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार से मिले थे। बाद में गेट खोल दिया गया था। इसी गेट के पास मियावाकी जंगल है।

अन्य छोटे बड़े पेड़-पौधे भी हैं। इन्हीं पेड़ों के बीच में मोटर साइकिलों को खड़ा करने का स्टैंड बनाया गया। स्टैंड बनाने के लिए पर्ची छपवाई, लेकिन पर्ची में ठेकेदार ने कोई नंबर नहीं डाले, ताकि किसी को यह पता नहीं लगे कि कितने वाहन खड़े हुए। मेला समिति का दावा है कि हर दिन लाखों लोग मेले में आए।

बहुत कम संख्या यानी तीन दिन में 40 हजार लोगों द्वारा ही बाइक खड़ी करना माना जाए तो भी मेले के नाम पर ठेकेदार को 12 लाख की कमाई हो गई है। नगर निगम ने दरियादिली दिखाते हुए अपने नुकसान को नहीं देखा और मात्र 40 हजार रुपये में गांधी उद्यान के उस हिस्से को तीन दिन के लिए ठेकेदार के हवाले कर दिया जहां हरियाली थी। बाइक के 30 रुपये लेने पर कुछ वाहन चालकों ने आपत्ति जताई तो पर्ची काट रहे ठेकेदार ने बताया कि डेढ़ लाख रुपये दिए हैं। वाहन के रुपये नहीं लेंगे तो देंगे से कहां से।

वाहन स्टैंड का ठेका निगम ने दिया है, लेकिन पेड़ या हरियाली को नुकसान होगा तो ठेकेदार भरपाई करेगा। समिति ने कुछ राशि निगम में जमा कराई है---अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त

मेला समिति ने नगर निगम की जगह ली है। वहां पर वाहन स्टैंड बनाया गया है। उसके लिए 40 हजार रुपये जमा कराए हैं। ठेकेदार यदि डेढ़ लाख रुपये देने की बात कह रहा है तो वह रसीद दिखाए---दिनेश चंद पंत, महामंत्री, उत्तरायणी जनकल्याण समिति।

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