बरेली: 80 लाख से किच्छा बैराज की सुधरेगी दशा, मरम्मत के साथ की जाएगी री-डिजाइन

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Published By Vikas Babu
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बरेली अमृत विचार। रुहेलखंड कैनाल डिविजन के जर्जर किच्छा बैराज की मरम्मत के साथ दोबारा से डिजाइनिंग की जाएगी। इसके लिए 80 लाख का एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। उम्मीद है कि फरवरी तक बैराज की डिजाइन को स्वीकृति मिल जाएगी।

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वर्ष 2019-20 में हुई बारिश के दौरान बाढ़ की वजह से बैराज का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। उन दिनों बैराज तक पहुंचने का रास्ता भी बाढ़ की वजह से नहीं बचा था। बैराज से लगे सभी तटबंधों को वैकल्पिक व्यवस्थाओं के जरिए मिट्टी, रेत भरे कट्टे आदि लगा कर मजबूत किया गया, ताकि बाढ़ का पानी वहां के आस पास के क्षेत्रों को प्रभावित न कर सके।

अब बैराज में आने वाली अन्य छाेटी नहरों का पानी बाईपास होकर निकल रहा है। बरसात से पहले यदि बैराज की री-डिजाइनिंग कर निर्माण नहीं कराया गया तो आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। बैराज से मुख्य रूप से बहेड़ी क्षेत्र में सर्वाधिक सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है।

इसके पानी से उधम सिंह नगर के भी कुछ हिस्सों में भी सिंचाई की जाती है। री-डिजाइन के बाद जो पानी इधर-उधर जा रहा है, वह भी बैराज में आ सकेगा। इससे सिंचाई के लिए समय पर पानी उपलब्ध हो सकेगा। अफसरों के अनुसार बैराज का निर्माण कार्य कराने के लिए आनलाइन टेंडर जारी कर दिया गया है। एस्टीमेट पर शासन की स्वीकृति मिलने के बाद ही निर्माण कार्यदायी संस्थाओं के साथ एग्रीमेंट किया जाएगा।

2010 में भी बाढ़ की वजह से बैराज क्षतिग्रस्त हुआ था। मरम्मत कार्य कराया गया था । इस बार भी उसे नुकसान पहुंचा है। बैराज की रि-डिजाइनिंग कराई जाएगी, ताकि बाढ़ की वजह से बैराज क्षतिग्रस्त न हो। उम्मीद है कि जल्द ही एस्टीमेट पर शासन की मुहर लग जाएगी---वैभव वाजपेयी, सहायक अभियंता प्रथम, रुहेलखंड कैनाल डिवीजन।

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