गोंडा : खेल मंत्रालय के दांव से चित बृजभूषण ने ओढ़ी खामोशी की चादर

शनिवार को बदले-बदले नजर आए सांसद के तेवर 

गोंडा : खेल मंत्रालय के दांव से चित बृजभूषण ने ओढ़ी खामोशी की चादर

अमृत विचार,गोंडा। कुश्ती के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ हो रहे दंगल में इस्तीफा न देने पर अड़े बृजभूषण को जांच होने तक संगठन से आधिकारिक रूप से दूर रहने के खेल मंत्रालय के आदेश ने उन्हें चित कर दिया है। खेल मंत्रालय के इस दांव का असर शनिवार को सांसद के चेहरे पर साफ दिखा।‌ नंदिनीनगर में आयोजित तीन दिवसीय ओपेन नेशनल सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप के मौके पर सांसद मंच पर तो मौजूद रहे, लेकिन उन्होंने पूरे दिन खामोशी की चादर ओढ़े रखी। सांसद का तेवर भी शनिवार को बदला रहा।

नंदिनीनगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में हर बार सांसद पूरी बागडोर खुद संभालते थे। मंच संचालन हो, अतिथियों का स्वागत करना हो या फिर मैट पर कुश्ती के दांव आजमा रहे पहलवानों को चियर अप करना हो, बृजभूषण हर काम में आगे रहते थे। हाथ में माइक लेकर वह लगातार दूसरों को निर्देश देते रहते थे, लेकिन शनिवार को बदली परिस्थितियों में शुरू हुए ओपेन नेशनल सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप से सांसद पूरी तरह से दूर रहे।

न तो उन्होंने प्रतियोगिता के उद्घाटन में हिस्सा लिया और न ही उनके हाथ में माइक नजर आई।‌ सुबह चैंपियनशिप के शुभारंभ से पहले उन्होंने एक बार व्यवस्था का जायजा लिया और फिर मंच पर जाकर बैठ गए। कल तक सुनामी लाने का दावा करने वाले सांसद शनिवार को पूरी तरह से शांत रहे। खेल मंत्रालय के तरफ से संगठन से दूर रहने की कार्रवाई के बाद डब्लूएफआई अध्यक्ष का तेवर पूरी तरह से बदला रहा।‌ मंच पर आने वाले लोगों के स्वागत के लिए भी वह खुद खड़े हो रहे थे। सांसद के इस बदले तेवर की प्रतियोगिता में खूब चर्चा रही। 

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