मुरादाबाद : हिन्दी से न घबराएं विद्यार्थी, शब्दों के अर्थ में मिलेगा हल

परीक्षा पर चर्चा: 16 फरवरी से शुरू होंगी यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं, हिन्दी के प्रश्नपत्र से होगी शुरुआत 

मुरादाबाद : हिन्दी से न घबराएं विद्यार्थी, शब्दों के अर्थ में मिलेगा हल

मुरादाबाद, अमृत विचार। बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी जुट गए है। परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होंगी। विद्यार्थी हिन्दी विषय को लेकर काफी चिंतित हैं। क्योंकि हिन्दी में अच्छे अंक मिल जाए तो पूरे परिणाम पर इसका प्रभाव पड़ता है। हालांकि कुछ विद्यार्थी तो डर के चलते परीक्षा से भी दूरी बना लेते हैं। ऐसी ही तमाम समस्याओं के समाधान के लिए अमृत विचार की ओर से महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज में हिन्दी विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। जिसमें विद्यार्थियों ने हिन्दी विषय को लेकर तैयारी में आ रहीं परेशानियों को साझा किया। वहीं हिन्दी की प्रवक्ता सोमलता चौहान व अनूप कुमार अग्रवाल ने विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान करते हुए बताया कि हिन्दी के शब्दों को समझने की आवश्यकता है। क्योंकि शब्दों के अर्थ में ही सवाल का हल छिपा रहता है। 

सवाल: संस्कृत पढ़ने और समझने में काफी दिक्कत आती है?  ऋतिक, कक्षा-12
जवाब: कोई शब्द कठिन लगता है तो उसे पेंसिल से अंडरलाइन कर लें। फिर उसका अर्थ देखें। क्योंकि जब तक अर्थ नहीं पता होगा तो कुछ भी समझ पाना मुश्किल है। 
सवाल: पढ़ते तो बहुत हैं लेकिन, कुछ याद नहीं रहता?  राजन, कक्षा-12
जवाब: विषय को रटने की बजाए समझें। क्योंकि याद किया हुआ भूल जाओगे लेकिन, अगर विषयवस्तु को समझकर अध्ययन करोगे तो प्रश्नपत्र हल करने में आसानी होगी।

सवाल: निबंध कैसे लिखें, किन-किन बातों का ध्यान रखें?  शोएब, कक्षा-12
जवाब: निबंध लिखने के समय विषयवस्तु की रूपरेखा लिखना जरूरी होता है। इससे निबंध सुव्यवस्थित व स्पष्ट हो जाता है।
सवाल: पद्य के इतिहास में क्या-क्या आएगा? अभिषेक, कक्षा-10
जवाब: पद्य के इतिहास में भक्तिकाल व रीतिकाल को पढि़ए। नोट्स जरूर बनाइए। काल की स्थिति के अनुसार बढ़ेंगे तो विधाएं याद रहेंगी। 
सवाल: पेपर हल करने के लिए समय-प्रबंधन को कैसे ठीक करें? आदिल, कक्षा-12
जवाब: जो पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हैं, उनको हल करें। लिखने का अभ्यास करें। जिससे समय से आप पूरा पेपर हल कर सकें। पहले प्रश्न को समझें फिर उत्तर लिखें।
सवाल: हिंदी के पेपर में अधिक अंक कैसे आएंगे? अरुण, कक्षा-10
जवाब: सबसे पहले सुलेख पर विशेष ध्यान दें। इसके अलावा प्रस्तुतीकरण अच्छा होना चाहिए। वर्तनी का भी विशेष ध्यान रखें। साथ ही क्रमबद्ध सभी प्रश्नों के उत्तर दें।
सवाल: हिंदी में व्याख्या करने में दिक्कत आती है, क्या करूं। आफताब, कक्षा-10
जवाब: पहले व्याख्या को अच्छे से पढ़े, शब्दों का अर्थ समझे कि लेखक क्या कहना चाह रहा है। भाव समझ आते ही पैराग्राफ से उत्तर लिखने में आसानी होगी। 
सवाल: गद्य काव्य की तैयारी कैसे करें? मनोज, कक्षा-12
जवाब: देखिए सबसे पहले पेपर को चार खंडों में विभाजित कर लें। फिर गद्य साहित्य के इतिहास की ठोस तैयारी करें।

गत वर्ष 8328 ने छोड़ी थी हिंदी परीक्षा
गत वर्ष 24 मार्च से शुरू हुई थी। 8328 विद्यार्थियों ने हिन्दी की परीक्षा से दूरी बनाएं रखीं थी। इसमें हाईस्कूल के 4753 व इंटरमीडिएट के 3575 परीक्षार्थियों पहले दिन परीक्षा से नदारद रहे थे।

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