काशीपुर: 28 बसों के पहियों के जाम रहने से 4.5 लाख की लगी चपत

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Published By Bhupesh Kanaujia
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काशीपुर, अमृत विचार। हल्द्वानी धरने में रोडवेज कर्मियों के शामिल होने से करीब 28 बसों के पहिए दिन भर जाम रहे। इससे डिपो को साढ़े चार से पांच लाख रुपये की चपत लग गई।

दरअसल रोडवेज डिपो काशीपुर में 34 निगम और 12 अनुबंधित बसों का बेड़ा है। प्रतिदिन करीब 29-30 निगम और अनुबंधित बसों का हरिद्वार, देहरादून, दिल्ली, बरेली, चंडीगढ़, रुद्रपुर, हल्द्वानी, जयपुर, लखनऊ आदि मार्गों पर संचालित होती है। जिनमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। मंगलवार को हल्द्वानी में कर्मियों के नियमित करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों की धरना किया गया।

इसमें काशीपुर डिपो से 34 चालक-परिचालक समेत अन्य कर्मचारी छुट्टी लेकर धरना स्थल में शामिल होने गए। जिसके चलते दिल्ली, लखनऊ, बाजपुर-हल्द्वानी, जयपुर, टनकपुर आदि मार्ग पर मात्र बसों का ही संचालन हो सका, जबकि 36 बसों के पहिए डिपो में ही दिन भर जाम रहे। इस दौरान यात्रियों को एमपी चौक, स्टेडियम तिराहा, चैती चौराहा आदि स्थानों पर दौड़ लगानी पड़ी।

जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान बरेली, टनकपुर, मुज्जफरनगर समेत अन्य डिपो की बसों ने सवारियों को गंतव्य तक छोड़ा। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी हरेंद्र सिंह नितवाल ने बताया कि 34 कर्मचारी छुट्टी का प्रार्थना पत्र देकर हल्द्वानी धरने में शामिल होने गए हैं। 6 बसों का विभिन्न मार्गों पर संचालन दोपहर हो चुका है। पांच बसें और जाने की संभावना है। शेष बसें डिपो में खड़ी रहने से करीब साढ़े चार-पांच लाख का नुकसान हो गया है।