खबर का असर : फर्जी गन्ना किसानों के नाम से जारी हुई थी पर्ची,  26 लोगों के नाम हटाए

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Published By Virendra Pandey
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अमृत विचार, बहराइच। नानपारा में स्थित श्रावस्ती सहकारी चीनी मिल में कई फर्जी गन्ना किसानों के नाम से पर्ची जारी कर दी गई। इसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं। इस खबर का प्रकाशन अमृत विचार अखबार ने सोमवार के अंक में किया था। खबर का संज्ञान लेते कर्मियों ने 26 फर्जी किसानों के नाम खाते से हटा दिए हैं।

नानपारा में श्रावस्ती सहकारी चीनी मिल संचालित है। इस मिल पर नानपारा, मोतीपुर और महसी तहसील के किसानों का गन्ना लिया जा रहा है। मिल से जारी किए जा रहे गन्ना पर्ची में जमकर खेल कर दिया गया है। तहसील क्षेत्र के हजारों किसान ऐसे हैं, जिनके खेत में गन्ना ही नहीं लगा है। लेकिन गन्ना माफियाओं ने मिल से मिली भगत कर पर्ची जारी करवा ली है।

अब सभी गन्ना पर्ची के द्वारा किसान से सस्ते दर पर गन्ना की खरीद कर रहे हैं। इसके बाद उसी गन्ने को फर्जी किसान के नाम से जारी पर्ची द्वारा मिल को भेज रहे हैं। इसका सीधा फायदा गन्ना माफियाओं को हो रहा है। यह खेल नानपारा तहसील के लालपुर, शिवपुर, पड़रीतारा, करौंदा, भग्गड़वा, एकघरा, मटेरा में जमकर किया जाता है।

बिचौलिया 245 से 250 रूपये में किसानों से गन्ना खरीद कर मिल को 345 रूपये क्विंटल में दे रहे हैं। इस खबर का प्रकाशन अमृत विचार अखबार ने सोमवार के अंक में प्रमुखता से किया था। खबर का संज्ञान लेते जिला गन्ना अधिकारी ने जांच के निर्देश दिए थे। गन्ना ग्राम सेवक राजेंद्र यादव ने बताया कि क्षेत्र में जांच की गई।

26 ऐसे संदिग्ध लोग थे, जिनके गन्ना पर्ची को बंद कर दिया गया है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अभी दर्जनों ऐसे माफिया हैं, जिनके गन्ना सट्टा को बंद नहीं किया गया है।

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