ओडिशा: गबन मामले में ग्राम्य बैंक का खजांची को किया गिरफ्तार

ओडिशा: गबन मामले में ग्राम्य बैंक का खजांची को किया गिरफ्तार

भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों ने कालाहांडी जिले के भवानीपटना से ओडिशा ग्राम्य बैंक के एक खजांची को 1.15 करोड़ रुपये का गबन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कालाहांडी जिले के भवानीपटना से कटक जिले के नियाली की पहंगा शाखा पर अन्य लोगों की मिलीभगत से जालसाजी करके 1.15 करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप है।

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ईओडब्ल्यू से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कटक जिले के नियाली में ओडिशा ग्राम्य बैंक की पहंगा शाखा के खजांची आरोपी बंशीधर मांझी को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 409/467/120-बी के तहत गिरफ्तार किया गया है। उसे रविवार को जेएमएफसी, नियाली, कटक की अदालत में पेश किया।

सूत्रों के मुताबिक मांझी को ओडिशा ग्राम्य बैंक, कटक के क्षेत्रीय प्रबंधक जतींद्र नाथ सारंगी की ओर से दर्ज करायी गयी शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच में पता चला कि मांझी ने 24 मई, 2021 से 19 मई, 2022 तक ओडिशा ग्राम्य बैंक, पहंगा शाखा के खजांची तौर पर और 20 मई, 2022 से 23 मई, 2022 के बीच बिनीशपुर शाखा के खजांची के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान गबन किया है।

मांझी ने बैंक ग्राहकों से प्राप्त नकदी को उनके संबंधित खातों में जमा न करके जनता का पैसा हड़प लेता था। इसके अलावा, वह एसएचजी समूहों के खातों से अपने व्यक्तिगत और अन्य खातों में भी अवैध रूप से पैसा डायवर्ट कर रहा था और उसका गलत इस्तेमाल कर रहा था।

साथ ही माझी ने बैंक ग्राहकों के खातों के संबंध में उनकी जानकारी के बिना एटीएम भी जारी कर दिया है और उक्त खातों से बैंकिंग लेनदेन के लिए उसी एटीएम का उपयोग कर रहा था और बैंक में जमा ग्राहकों के पैसे का गबन कर रहा था।

आरोपियों द्वारा गबन की गई कुल राशि लगभग 1.15 करोड़ रुपये है। इस मामले में निलंबन के बाद से आरोपी फरार चल रहा था। उसके कब्जे से ग्राहकों के एटीएम कार्ड जैसी आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। मामले की जांच जारी है।

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