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हल्द्वानीः बनभूलपुरा के गौकश का घर, रेलवे तोड़ेगी या खाकी!
हल्द्वानी, अमृत विचार (सर्वेश तिवारी)। गौकशी की कमाई पर अय्याशी करने वालों के दिन अब पूरे हो चुके हैं, क्योंकि गौकशों की संपत्ति अब पुलिस की नजर में है। पुलिस ने कुमाऊं के ऐसे ही एक पेशेवर गैंगेस्टर गौकश को चिह्नित किया है। अब उसकी संपत्ति जब्त करने की पुलिस तैयारी कर रही है। हालांकि बनभूलपुरा के इस गौकश की संपत्ति पर रेलवे की भी नजर है।
नई बस्ती ताज मस्जिद बनभूलपुरा निवासी आफताब कुरैशी पुत्र अनवार हुसैन पेशेवर गौकश है। आफताब की बनभूलपुरा बड़ी रोड इंद्रानगर में मांस की दुकान भी है। गौकशी करने के मामले में आफताब के खिलाफ बनभूलपुरा पुलिस ने तीन केस दर्ज किए हैं।
आफताब के संगठित गिरोह में गफूर बस्ती वार्ड 24 बनभूलपुरा निवासी मो.वारिस पुत्र मो.प्यारे और छोटी रोड चैनल गेट इंद्रानगर बनभूलपुरा निवासी आसिफ पुत्र मो.तैयब सक्रिय सदस्य हैं। पुलिस के मुताबिक आफताब ने गौकशी की कमाई से बनभूलपुरा में एक मकान बनाया और दो वाहन खरीदे हैं।
पुलिस ने आफताब की इन संपत्तियों का चिह्नीकरण कर लिया है, जबकि अन्य संपत्तियों के बारे में तफ्तीश की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आफताब के एक मकान और दोनों दो पहिया वाहनों को जब्त करने की तैयारी कर ली है।
हालांकि, इस मामले में एक पेंच ये है कि आफताब के मकान पर रेलवे की भी नजर है। दरअसल, आफताब का मकान जिस जमीन पर बना है, उस पर रेलवे का भी दावा है और मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इस पूरे मामले में रेलवे, राजस्व और वन विभाग एक बार फिर से अपनी जमीनों की चिह्नीकरण करने में जुटे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि आफताब का मकान पुलिस जब्त करती है, कोर्ट से राहत मिलती है या फिर प्रशासन का बुलडोजर चलता है।
कुमाऊं के पहले गौकश को चिह्नित कर लिया गया है, जो गैंग बनाकर गौकशी करता है। इस गौकश की संपत्ति चिह्नित कर ली गई है और संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस किसी भी गौकश को नहीं बख्शेगी- डॉ. नीलेश आनंद भरणे, आईजी, कुमाऊं ।
रिश्तेदार और दोस्त भी रडार पर
इस पूरे मामले में पुलिस का मानना यह है कि अपराध करने वाला आमतौर पर अपनी काली कमाई से जोड़ी गई संपत्ति अपने नाम पर नहीं खरीदता। बल्कि वह ऐसी संपत्ति को अपने परिवार, करीबी, रिश्तेदार, नौकर या दोस्त के नाम पर खरीदता है और इस्तेमाल खुद करता है। ऐसे में पुलिस अब इन अपराधियों के सभी करीबियों, रिश्तेदारों की संपत्तियों की जांच में भी जुट गई है।
फरार है गैंग का ढाई हजार का इनामी
पुलिस के मुताबिक गैंग लीडर आफताब को पहले ही सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। जिसके बाद उसके दूसरे गुर्गे वारिस को भी पकड़ लिया गया, लेकिन आसिफ हाथ नहीं आया। पुलिस ने उस पर ढाई हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी के मुताबिक टीमें आसिफ के पीछें हैं और वह जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बनभूलपुरा में गौकशों का एक और गैंग
आफताब बनभूलपुरा का इकलौता गैंगेस्टर गौकश नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र में एक और गौकश लंबे समय से सक्रिय है। इस गौकश के खिलाफ भी बनभूलपुरा पुलिस ने कई मामले दर्ज किए हैं। गौकशी का संगठित गिरोह चलाने इस कुरैशी के खिलाफ भी गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है।
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