लखनऊ : एक लाख घरों तक पेयजल पहुंचाने की योजना अधर में फंसी
अमृत विचार,लखनऊ। जल निगम ने केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत राजधानी के एक लाख घरों में पेयजल उपलब्ध कराने की योजना तैयारी की थी, जिसमें नगर निगम की सीमा में आने वाले 86 गांवों को शामिल किया गया था। केंद्र सरकार ने योजना को मंजूरी भी दे दी थी किंतु जल निगम के बंटवारे के बाद यह योजना ठहर गई।
साल 2021 में जल निगम ने काम का डीपीआर तैयार कर केंद्र की मंजूरी के लिए भेजा था। इसमें लखनऊ के उन क्षेत्रों को शामिल किया गया था, जहां लोग पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं या भू गर्भ जल का दोहन कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 88 नए गांवों को लिया गया था।
योजना के केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी। कम भी शुरू हो गया। फरवरी 2023 में योजना को पूरा करने का लक्ष्य था लेकिन नवंबर साल 2021 में जल निगम के बंटवारे के बाद योजना ठहर गई। जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर जीसी श्रीवास्तव ने बताया कि राजधानी के जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन से पेयजल की व्यवस्था नहीं है, उन क्षेत्रों का सर्वे कराया गया था।
कार्य शुरू भी हो गया है। इसे आगामी अगस्त माह तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की अमृत योजन के तहत जल निगम राजधानी के हजारों घरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा चुका है।
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