मुरादाबाद : 'संवाद, संपर्क और संबंध से चुकाऊंगा वोट का कर्ज'

साक्षात्कार : चुनाव में तीसरी बार जीत दर्ज कराने के बाद प्राथमिकता गिनाई, अगले छह साल की प्रस्तावित कार्य योजना पर खुलकर की बात

मुरादाबाद : 'संवाद, संपर्क और संबंध से चुकाऊंगा वोट का कर्ज'

मुरादाबाद, अमृत विचार। स्नातक विधायक डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त का जीवन अब वस्तुत: सेवा का है। जनता की सेवा का है। क्योंकि, जीवन के बाकी हिस्से को वह इसी भाव से जीने का संकल्प रखते हैं। उन्हें बरेली-मुरादाबाद खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार चुने जाने की इच्छा थी, वह पूरी हो गयी।  

डा. व्यस्त पहली बार 11 नवंबर 2014 को इस क्षेत्र से चुने गए। तब उप चुनाव में भाजपा ने उम्मीदवार बनाया। तत्कालीन विधान परिषद सदस्य डाॅ. नैपाल सिंह (अब दिवंगत) के लोक सभा सदस्य चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। पिछले चुनाव में तीन फरवरी 2017 को दूसरी बार निर्वाचित हुए। अब जो मौका मिला है, उसने विजय का शानदार रिकार्ड दिया है। शनिवार को अमृत विचार के स्थानीय संपादकीय प्रभारी आशुतोष मिश्र  ने उनसे जीत की हैट्रिक, सदन से सड़क तक की योजना और ऐतिहासिक विजय के विविध पक्षों के सिंहावलोकन की कोशिश की। प्रस्तुत है उनकी बातचीत के प्रमुख अंश-

प्रश्न: जीत का श्रेय किसे और इसके लिए क्या करेंगे?
उत्तर: समर्पित कार्यकर्ता, संगठन की योजना रचना और समझदार स्नातक डिग्रीधारी लोगों को मुझे अवसर देने का असल श्रेय है। यह एक महती जिम्मेदारी मुझे तीसरी बार दी गयी है। लोगों ने मुझे इसके लायक समझा है। इसलिए हमें प्राण-प्रण के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करना होगा। प्रयास करुंगा की बेहतर प्रयास और योगदान से क्षेत्र में काम करूं।

प्रश्न: किस तरह से अपनी भूमिका को सार्थक बनाएंगे? 
उत्तर: विधायिका की दो भूमिकाएं हैं। सदन में क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा। सरकार से समन्वय बनाकर भाग्य विधाता मतदाता की उम्मीदों पर खरा उतरुंगा। जबकि, दूसरी भूमिका क्षेत्र के सभी नौ जनपदों के स्नातक मतदाताओं की आकांक्षाओं पर अव्वल आने का प्रयास करुंगा। लोग अपने प्रतिनिधि की उपलब्धता चाहते हैं। क्षेत्रीय श्रमण और मुलाकात के जरिए यह कार्य पूरा करना है। लोगों ने जाति, धर्म और पंथ को दरकिनार कर मौका दिया है। इसका ध्यान रखना है।
 

प्रश्न: अब किस तरह की चुनौतियों से लड़ने का लक्ष्य है?
उत्तर: महाविद्यालय से सदन तक की यात्रा सभी के सामने है। लोगों ने जीत का इतिहास रचा है। हमने सदन के आठ साल की ईमानदार सेवा का कीर्तिमान बनाया है। इसी ईमानदारी को चुनौती के रूप में लेकर चलना है। कोई विकृति पैदा न हो इसका संकल्प लेकर चलना है। बूथ स्तर तक पहुंचना है। धन्यवाद, आभार के साथ संवाद, संपर्क और संबंध की जुगलबंदी ना कर काम करना है।

प्रश्न: सदन के अनुभव और संभावना को लेकर क्या कहना है?
उत्तर: अब तक जो अवसर मिला है, उसमें बेहतर करने का प्रयास किया हूं। सदन में विश्वसनीयता बनाने में अब तक सफल हूं। अब सदन में 88 भाजपा के सदस्य हो जाएंगे। ऐसे में समाजवादी पार्टी को सदन में अब विरोधी दल का अवसर मिलेगा। अपनी कोई आंकांक्षा नहीं है। संगठन, विचार और राष्ट्रीयता हमारी पूंजी और पहचान है। इसलिए निष्काम सेवा करना है। लोगों का भरोसा कायम रहे, इसके लिए हर जतन करना है।

प्रश्न: आज के प्रमुख कदम और भविष्य की योजना पर क्या विचार रखेंगे?
उत्तर: क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मेरे प्रयास के रिकार्ड सदन की कार्रवाई में दर्ज है। मुरादाबाद में राजकीय विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज का प्रयास सफलीभूत करना है। बरेली में केंद्रीय विश्वविद्यालय और एम्स की मांग है। प्रतिज्ञा है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से सहयोग लेकर क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर यह कार्य पूरा कराऊं। हमें अपने कार्यकाल में शिक्षक, स्नातक और सांगठनिक निर्देशों का अक्षरश: पालन करना है। मुरादाबाद और बरेली क्षेत्र का हक दिलाना हमारा संकल्प है।

ये भी पढ़ें :  भाजपा सरकार में अन्याय चरम पर,बेईमानी से जीती एमएलसी चुनाव : अखिलेश