हल्द्वानी: गौला के वाहन स्वामियों ने आरबीएम का प्रति कुंतल 35 रुपये मांगा दाम

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। गौला नदी के खनन पर संकट के बादल खत्म नहीं हो रहे हैं। आरबीएम की रेट निर्धारण को लेकर हुई बैठक में वाहन स्वामियों ने न्यूनतम 35 रुपये प्रति कुंतल की मांग की है हालांकि बैठक में क्रशर्स स्वामी नहीं पहुंचे थे।

अब रेट को लेकर क्रशर्स और वाहन स्वामियों में टकराव के आसार दिख रहे हैं। बुधवार को डीएम कैंप कार्यालय में परिवहन, प्रशासन, पुलिस, राजस्व विभाग की  गौला नदी के पंजीकृत खनन वाहन स्वामियों के साथ बैठक हुई। बैठक में वाहन स्वामियों ने अपनी समस्याएं बताईं।

गौला खनन संघर्ष समिति के अध्यक्ष पम्मी सैफी ने कहा कि पूर्व में यह नियम था कि यदि कोई वाहन 108 कुंतल से अधिक वजन ढोता है तो उसकी एक दिन की निकासी बंद की जाती थी। वन निगम ने इस नियम को समाप्त कर दिया है। हालांकि वन निगम इसके पीछे 54.25 लाख घनमीटर उपखनिज की निकासी का हवाला दे रहा है जबकि केंद्र की यह शर्त होती है कि उपखनिज का आकलन केंद्रीय एजेंसियां करती है जो कि यह सर्वे भी अभी पूरा नहीं हुआ है।

आरोप लगाया कि नए फरमान से ओवरलोडिंग और अवैध खनन को बढ़ावा मिलेगा। सभी ने एक सुर में पुराने नियम को बहाल करने की मांग की। बाद में रेट को लेकर वाहन स्वामियों ने मंथन किया। फिर उन्होंने न्यूनतम 35 रुपये प्रति कुंतल की मांग की है। इस बैठक में क्रशर्स स्वामियों को भी पहुंचना था लेकिन कोई भी क्रशर्स स्वामी नहीं पहुंचा। बेशक, वाहन स्वामियों ने रेट बता दिए हैं लेकिन क्रशर्स स्वामियों की सहमति के बाद ही रेट तय हो सकेंगे। इस दौरान एडीएम अशोक जोशी, एसडीएम मनीष सिंह, एआरटीओ विमल पांडे, एएसपी हरबंस सिंह, मनोज मठपाल, इंदर बिष्ट, जीवन कबडवाल, रमेश जोशी, भगवान सिंह धामी, रविंद्र जग्गी, उमर, हरीश आदि मौजूद थे। 

ये भी उठाईं मांगें 
1.गौला खनन की लीज 28 फरवरी तक है पूरे खनन सत्र 31 मई तक की अनुमति लाई जाए
2.बाजपुर से ओवरलोडिंग में आ रहे उपखनिज पर पाबंदी लगाई जाए
3.नदी में खनन निकासी के लिए उपखनिज के आकलन का सर्वे जल्द से जल्द कराया जाए

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