बरेली: युवाओं को हुनरमंद बनाया, 3487 को मिला रोजगार

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Published By Om Parkash chaubey
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कमिश्नर ने आईटीआई पास अभ्यर्थियों को रोजगार दिलाने के दिए निर्देश, बरेली मंडल में 72 प्रशिक्षण केंद्र युवाओं को कर रहे प्रशिक्षित

बरेली, अमृत विचार : कौशल विकास मिशन प्रदेश के बेरोजगार युवाओं, अल्पसंख्यकों महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को हुनरमंद बना रहा है। इसको लेकर बरेली मंडल में तेजी से युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। मंडल के चारों जिलों में कौशल विकास मिशन के तहत 12358 बेरोजगारों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। इनमें से 3437 युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाया जा चुका है।

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कमिश्नर संयुक्ता समद्दार ने बुधवार को संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण एवं रोजगार अरुण कुमार राणा समेत अधिकारियों के साथ कौशल विकास मिशन की समीक्षा की। इसमें बरेली में 1409, बदायूं में 1363, पीलीभीत में 247 और शाहजहांपुर में 468 बेरोजगारों को रोजगार दिलाया गया है। शाहजहांपुर और पीलीभीत के प्रशिक्षण लक्ष्य से कम थे।

जिस पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए लक्ष्य बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कौशल विकास मिशन में लापरवाही बरतने वाले समन्वयकों के खिलाफ कार्रवाई कर प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।

सभी जीटीआई पास कर चुके युवाओं से संपर्क कर उन्हें रोजगार दिलाने में सहयोग करें और दिए गए प्रशिक्षण लक्ष्य को पूरा करें। ज्वाइंट डायरेक्टर आईटीआई अरुण कुमार राणा ने बताया कि बरेली मंडल में वर्तमान में 72 प्रशिक्षण केंद्र युवाओं को प्रशिक्षित कर रहे हैं।

प्रशिक्षण के दौरान मासिक वृत्तिका देने के निर्देश: कौशल विकास मिशन में प्रशिक्षण के दौरान पांचवीं और नवमी पास युवाओं को 5000 दसवीं पास युवाओं को 6000, 12 वीं पास युवाओं को 7000, राष्ट्रीय राज्य व्यवसायिक प्रमाण पत्र एनसीवीटी धारक को 7000 प्रशिक्षण के दूसरे वर्ष के दौरान न्यूनतम वृत्तिका की रकम में 10 प्रतिशत की वृद्धि की जाती है।

प्रशिक्षण के तीसरे वर्ष के दौरान 15 प्रतिशत की वृद्धि का नियम है। योजना के तहत युवाओं को रिपेयर एंड मेंटेनेंस आफ डोमेस्टिक, घरेलू उपकरण, कंप्यूटर एकाउंटिंग टैली, सिलाई-कढ़ाई व फ्रंट आफिस एसोसिएशन जैसी विधाओं में करीब दो हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

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