बरेली: एमसीए-वी 3 पोर्टल सभी के लिए साबित होगा फायदेमंद
जनकपुरी स्थित आईसीएसआई की शाखा में सेमिनार का आयोजन
बरेली, अमृत विचार : कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने अपने एमसीए 21 पोर्टल के नवीन तकनीक से युक्त पोर्टल एमसीए-वी3 लागू कर दिया है। इसमें एक व्यक्तिगत ''माई एप्लीकेशन'' फीचर है, जिसके जरिये दाखिल किए सभी पुराने फॉर्म भी देख सकेंगे।
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यह बात दिल्ली से आए मुख्य वक्ता के रूप में सीए देवेश गोयल ने भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) की जनकपुरी स्थित शाखा में आयोजित सेमीनार में कही। इस दौरान आईसीएसआई के सदस्यों ने नए पोर्टल पर आ रही तकनीकी दिक्कतों पर सवाल किए।
शाखा अध्यक्ष सीएस अंकित अग्रवाल ने बताया कि एमसीए पोर्टल का उपयोग कंपनियों और सीमित देयता भागीदारी से संबंधित विभिन्न प्रपत्रों को ई-फाइलिंग करने के लिए किया जाता है। सेवाओं की डिलीवरी में सुधार करने के लिए मंत्रालय अपना पोर्टल अपडेट करता रहता है। इसी क्रम में एमसीए 21 ने अपना नवीन तकनीक से युक्त पोर्टल संस्करण एमसीए-वी3 लागू किया है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीएस मोहित भाटिया ने बताया कि स्टेक होल्डर को एमसीए वी-3 पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट www.mca.gov.in का उपयोग करना होगा। सीएस मनोज अग्रवाल ने बताया कि एमसीए वी-2 पोर्टल में फॉर्म भरकर पोर्टल में अपलोड करना होता है, जबकि एमसीए वी-3 पोर्टल में फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है।
एमसीए- वी3 पोर्टल में यह अपग्रेड उपयोगकर्ता की सुविधा को सक्षम बनाता है, जिसमें आधे भरे हुए फॉर्म को सेव करने और बाद में फाइल करने की क्षमता भी शामिल है। सचिव सीएस फैजा आमिर ने बताया जब कोई व्यावसायिक उपयोगकर्ता एमसीए सिस्टम में लॉग इन करता है तो प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए उपयोगकर्ता के मोबाइल और ई-मेल पते पर एक ओटीपी भेजा जाता है। इस दौरान पोर्टल से जुड़े फायदे बताए गए।
सीएस अजय खंडेलवाल, सीएस निधि अग्रवाल, रोनित गुप्ता, स्वाति वैश्य, मो. खिजर अली खान, नेहा अरोरा, जसप्रीत कौर, नैंसी गुप्ता, दीपिका जागरानी, सीमा सिंह, देवांग खंडेलवाल, सागर अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
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