छजलैट प्रकरण : आजम खां और अब्दुल्ला आजम को हुई 2-2 साल की सजा

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Published By Priya
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अदालत ने तीन-तीन हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया, जेल में बिताई अवधि सजा में की जाएगी समायोजित

मुरादाबाद, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व मंत्री मो.आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को पंद्रह साल पुराने मामले में अदालत ने दोषी करार देते हुए दो-दो साल की सजा सुनाई है। दोषियों पर स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने तीन-तीन हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अदालत ने दोषियों की जमानत स्वीकार करते हुए अपील के लिए 15 दिन का समय दिया है।

उल्लेखनीय है कि 31 दिसंबर 2007 की रात रामपुर में सीआरपीएफ सेंटर पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इसके तहत पुलिस अलर्ट मोड पर थी। पूरे मंडल में संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की  चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान दो फरवरी को आजम खां अपनी स्कोडा कार से बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ शादी समारोह में शामिल होने सहारनपुर जा रहे थे। छजलैट थाने के सामने पुलिस ने शीशों पर काली पन्नी लगी उनकी कार को चेकिंग के लिए रोका था। गाड़ी के कागज और डीएल भी नहीं था।

पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर वह हरिद्वार मार्ग पर धरने पर बैठ गए थे। इसकी जानकारी पाकर अन्य सपा नेता भी वहां आ गए थे। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया था। तब तत्कालीन थाना प्रभारी आसिफ अली ने आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम तथा सात अन्य सपा नेताओं के खिलाफ जनता को भड़काने, सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की सुनवाई स्पेशल एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट स्मिता गोस्वामी की अदालत में चली।

विशेष लोक अभियोजक मोहनलाल विश्नोई ने बताया कि सोमवार को इस मामले के मुख्य आरोपी आजम खां समेत सभी आरोपी अदालत में हाजिर हुए। अदालत ने आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को दोषी करार देते हुए दो- दो वर्ष की सजा और तीन-तीन हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। अन्य आरोपियों को दोषमुक्त करार देते हुए रिहा कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आजम खां के अधिवक्ता ने जमानत अर्जी अदालत में दाखिल की। इस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने  दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। उन्हें मुकदमे में अपील के लिए 15 दिन का समय दिया है।

 सच हमेशा सच होता है। जो आज भी कोर्ट में साबित हुआ है। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। आगे भी सच की जीत होगी और झूठ की हार।- आकाश सक्सेना, विधायक रामपुर

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