लोकतांत्रिक व्यवस्था में विशेषाधिकार समिति की अहम भूमिका- सतीश महाना

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Published By Muskan Dixit
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विशेषाधिकार समिति की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने गिनाई जिम्मेदारियां

लखनऊ, अमृत विचार: विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा की विशेषाधिकार समिति का लोकतांत्रिक व्यवस्था में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह समिति विधायिका की गरिमा, अधिकारों और मर्यादाओं की रक्षा का सशक्त माध्यम है।

विशेषाधिकार समिति की उद्घाटन बैठक में महाना ने स्पष्ट किया कि समिति को अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी औपचारिकता और संवैधानिक मर्यादा के साथ करना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की गलतफहमी या अनावश्यक विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो। विधानसभा अध्यक्ष ने समिति के सदस्यों से कहा कि विशेषाधिकार समिति के कार्य और अधिकारों को लेकर किसी को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यह आवश्यक है कि सभी जनप्रतिनिधि और संबंधित पक्ष अपने अधिकारों का प्रयोग एक निर्धारित सीमा के भीतर करें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अधिकार जितने महत्वपूर्ण हैं, उतनी ही जिम्मेदारियां भी हैं। अधिकारों के साथ कर्तव्यों का संतुलन ही लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाता है।

महाना ने कहा कि किसी भी संस्था या व्यक्ति को ऐसी भाषा, व्यवहार या आचरण से बचना चाहिए, जिससे सदन की प्रतिष्ठा और गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगे। विधानसभा की मर्यादा सर्वोपरि है और इसकी रक्षा करना सभी जनप्रतिनिधियों और संबंधित पक्षों का सामूहिक दायित्व है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी जनप्रतिनिधि जनता के प्रति जवाबदेह हैं। जनता ने जिन अपेक्षाओं और विश्वास के साथ अपने प्रतिनिधियों को चुना है, उन पर खरा उतरना हम सबकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। विशेषाधिकार समिति का उद्देश्य दंड देना नहीं, बल्कि व्यवस्था की गरिमा बनाए रखना, अनुशासन सुनिश्चित करना और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करना है।

संयम, धैर्य और मर्यादा में करें कार्य

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समिति के सभी सदस्यों से संयम, धैर्य और मर्यादा के साथ कार्य करने की अपील करते हुए कहा कि इन्हीं मूल्यों के आधार पर समिति लोकतांत्रिक संस्थाओं की साख और विश्वसनीयता को और मजबूत कर सकती है। इससे पहले विशेषाधिकार समिति के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष का अंग वस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप कुमार दुबे सहित विधानसभा सचिवालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

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