MJPRU: छात्रों को छह साल में पूरा करना होगा स्नातक, दिशा-निर्देश जारी
पांच प्रश्नपत्रों में बैक आने पर भी अगले वर्ष में मिल जाएगा प्रवेश
बरेली, अमृत विचार। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय से छात्रों को स्नातक छह वर्ष में हर हाल में पूरा करना होगा। तीन साल के स्नातक पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए दोगुना समय दिया जाएगा। इसके अलावा छात्रों को पांच प्रश्नपत्रों में बैक आने पर भी अगले सेमेस्टर में प्रवेश मिल जाएगा।
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विश्वविद्यालय ने विद्या परिषद की 22 अक्टूबर 2021 को हुई बैठक में अनुमोदित राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अध्यादेश में आ रही तकनीकी समस्याओं को देखते हुए संशोधन किए हैं। परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार ने सभी महाविद्यालयों को संशोधन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय में स्नातक में सेमेस्टर प्रणाली लागू है। कई महाविद्यालयों और छात्रों में स्नातक पूरे करने के वर्ष को लेकर असमंजस था। इसी के चलते विश्वविद्यालय ने संशोधन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत स्नातक की अवधि तीन वर्ष होती है। इसकी अधिकतम अवधि विश्वविद्यालय के प्रवेश नियमों के अनुसार दोगुनी होगी। ऐसे में छात्रों को स्नातक अधिकतम छह वर्ष में पूरा करने की अनुमति होगी।
इसके अलावा वाईजीपीए (ईयर ग्रेड प्वाइंट एवरेज) में संशोधन किया गया है। इसके अलावा छात्र को अगले शैक्षणिक वर्ष में पदोन्नत किया जाएगा चाहें वह अधिकतम पांच क्रेडिट पेपर जा सकता है, यदि वह अधिकतम पांच क्रेडिट पेपर (उस भाग या वर्ष के दोनों सेमेस्टर सहित) में फेल होता है। यह उसका बैक पेपर माना जाएगा। छात्र को प्रत्येक सेमेस्टर में किन्हीं दो विषयों में तीन नंबर का ग्रेस मार्क दिया जाएगा। इसके अलावा अगली कक्षा में प्रोन्नत व अन्य संशोधन भी किए गए हैं।
विश्वविद्यालय सीजीपीए के आधार पर परिणाम जारी करेगा। जिसके तहत 8.0 और इससे अधिक सीजीपीए होने पर वह ऑनर्स के साथ प्रथम श्रेणी पास करेगा। 6.0 और इससे अधिक होने पर प्रथम श्रेणी, 4.5 और उससे अधिक, लेकिन 6.0 से कम होने पर द्वितीय, 3.5 और उससे अधिक लेकिन 4.5 से कम होने पर तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण माना जाएगा। 3.5 से नीचे सीजीपीए होने पर छात्र को अनुत्तीर्ण माना जाएगा।
नई शिक्षा नीति के अध्यादेश में संशोधन के संबंध में सभी महाविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। छात्रों को स्नातक अधिकतम छह वर्ष में पूरा करना होगा---संजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक, एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय।
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