संभल: खनन के ट्रैक्टर-ट्रॉली जबरन छुड़ाने पर भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष पर रिपोर्ट दर्ज
सोमवार सुबह लेखपाल ने रोकी थीं अवैध खनन लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलिया, भाजपा नेता जबरन ट्रैक्टरों को ले गए थे छुड़ा
संभल/ बहजोई, अमृत विचार: सत्ता की हनक में लेखपाल के कब्जे से अवैध खनन के तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जबरन छुड़ाकर ले जानना भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष को भारी पड़ गया है। बहजोई थाने में लेखपाल की तहरीर पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव व उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
सोमवार सुबह लेखपाल सचिन मित्तल ने बहजोई के इस्लामनगर चौराहे पर बबराला की ओर से आ रही खनन लदी तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियां रोकी थीं। ट्रैक्टर चालकों ने कहा था कि ये ट्रैक्टर-ट्ऱॉलियां भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव की हैं। खनन करने की कोई अनुमति नहीं दिखा पाने पर लेखपाल ने चालकों से तीनों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां थाने ले जाने को कहा।
तभी भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचकर लेखपाल से भिड़ गए। आरोप है कि लेखपाल से अभद्र व्यवहार की और ट्रैक्टर-ट्रॉलियां छीनकर वहां से ले गए। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। लेखपाल ने बहजोई थाने में तहरीर दी तो पुलिस ने भाजपा नेता देवेंद्र यादव व उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
वहीं जैसे ही भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष के खिलाफ लेखपाल ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी तो भाजपा नेता लेखपाल पर रिपोर्ट नहीं दर्ज कराने का दबाव बनाने में लग गए। भाजपा के कुछ अन्य नेताओं ने भी रिपोर्ट नहीं दर्ज करने को लेकर पुलिस पर दबाव बनाया। लेकिन किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव पर रिपोर्ट दर्ज हो गई।
वायरल वीडियो व ट्वीट से हरकत में आया प्रशासन: सोमवार को अवैध खनन करने को लेकर भाजपा नेता के खिलाफ लेखपाल ने तहरीर दे दी थी। लेकिन भाजपा नेताओं ने सत्ता होने के नाते किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न हो इसको लेकर पुलिस पर भी दबाव बनाया था। सोमवार और मंगलवार को लेखपाल के साथ समझौता वार्ता हुई।
पुलिस भी इस मामले को पूरी तरह दबाने में लगी थी, क्योंकि अवैध खनन का मामला था तो पुलिस भी अपनी छवि खराब नहीं करना चाहती थी। यह प्रकरण लोगों ने ट्विटर हैंडल से सीएम योगी व डीएम को ट्वीट किया तो डीएम ने पुलिस को निर्देश दिए।
खनन करने को लेकर उन्हें अनुमति मिली है। उसके अनुसार ही मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जा रही थीं। लेखपाल ने अनुचित लाभ लेने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियां को रोक लिया था। उन्होंने लेखपाल को खनन विभाग की अनुमति दिखाई। लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। लेखपाल के आरोप निराधार हैं। - देवेंद्र यादव, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष
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