मुरादाबाद : प्रधानमंत्री के निजी सचिव का छोटा भाई बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख ऐंठे
धोखाधड़ी : नियुक्ति पत्र लेकर ज्वाइन करने पहुंचने पर खुली असलियत, एसएसपी से शिकायत पर जांच शुरू
मुरादाबाद, अमृत विचार। प्रधानमंत्री के निजी सचिव का छोटा भाई बताकर एफसीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों से 22 लाख रुपये ऐंठ लिए। हकीकत तब खुली जब पीड़ित जालसाजों के द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचे। एसएसपी हेमराज मीना के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मझोला थाना क्षेत्र में मिलन विहार बैंक कालोनी निवासी जयप्रकाश पुत्र ज्ञानचन्द्र ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि सम्भल निवासी वसीम से उसकी जान पहचान थी। वह उसके घर भी आता जाता था। उसने कहा कि उसकी पहचान प्रधानमंत्री के निजी सचिव के छोटे भाई से है। वह उसकी सरकारी नौकरी लगवा देगा। जय प्रकाश ने उसकी बातों पर विश्वास कर लिया। यही नहीं वसीम ने बताया की प्रधानमंत्री के निजी सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्रा के भाई राजीव मिश्रा से उसकी पहचान है। वह ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग में अच्छे पद पर हैं।
ऑल इंडिया वेयर हाउसिंग कारपोरेशन में कई शिक्षित बेरोजगार युवकों की नौकरी लगवा चुके हैं। इसके बाद वसीम ने लखनऊ ले जाकर राजीव मिश्रा से उनकी मुलाकात कराई। उन्होंने विश्वास दिलाने के लिए पूर्व में नौकरी लगवा चुके कई युवकों से बातचीत भी कराई। भरोसा होने पर सरकारी नौकरी के लिए बातचीत हुई। उनके झांसे में आकर परिवार के दो सदस्य विकास और सर्वेश भी इसके लिए राजी हो गए। सभी ने एक साथ लखनऊ जाकर राजीव मिश्रा को 22 लाख रुपये दे दिए। उसने कहा कि कि घर पर कॉल लेटर पहुंच जाएंगे।
पैसे लेने के कुछ दिन बाद उन लोगों ने ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। इसे लेकर जब नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा तो पता चला कि यह ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है। यह सुनकर पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद वसीम को फोन किया तो वह टालमटोल करने लगा। उसके दोनों साथियों से संपर्क किया। लेकिन, पैसा वापस करने को तैयार नहीं हुए और जान से मारने की धमकी देने लगे। बताया कि इतने रुपये का प्रबंध हम सभी ने घर, जमीन बेचकर किया था। पीड़ितों की तहरीर के आधार पर एसएसपी के आदेश के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। मझोला थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
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