MS Dhoni Retirement: कैसे क्रिकेट की दुनिया में छा गए महेंद्र सिंह धोनी? यहां जाने माही से जुड़ी बातें
नई दिल्ली। भारत को क्रिकेट की दुनिया में अलग मुकाम पर ले जाने वाले टीम इंडिया के पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अब धोनी सिर्फ आईपीएल खेलते रहेंगे। उम्मीद थी की धोनी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में खेलेंगे लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल …
नई दिल्ली। भारत को क्रिकेट की दुनिया में अलग मुकाम पर ले जाने वाले टीम इंडिया के पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अब धोनी सिर्फ आईपीएल खेलते रहेंगे। उम्मीद थी की धोनी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में खेलेंगे लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया गया था। जब स्वतंत्रता दिवस के दिन शनिवार को महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान किया तो माही की यह खबर सुनक हर भारतीय हैरान हो गया।
धोनी ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर यह एलान करते हुए कहा, “मेरे करियर में आप सबके प्यार और सहयोग का बहुत-बहुत शुक्रिया। आज 1929 बजे से आप मुझे रिटायर समझें।”
धोनी के साथ हालांकि एक अजीब इत्तेफाक जुड़ा है। वह अपने करियर के पहले मैच में भी रन आउट हुए और अंतिम मैच में भी। धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच से अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरूआत की थी और अपने पहले मैच में पहली ही गेंद पर ही वह रन आउट हो गए थे। इस करीबी मुकाबले में भारत को 11 रन से जीत मिली थी।
इत्तेफाक से धोनी अपने करियर के आखिरी मैच में भी रन आउट हुए। विश्व कप 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भी धोनी रन आउट हुए। मार्टिन गप्टिल के थ्रो ने धोनी को रन आउट कर भारत की विश्व कप जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था और इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा।
यह मैच धोनी के करियर का अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच साबित हुआ। इसके ठीक एक साल बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय किकेट को अलविदा कह दिया। जूनियर क्रिकेट से बिहार क्रिकेट टीम, झारखंड क्रिकेट टीम से इंडिया ए टीम तक और वहां से भारतीय टीम तक का धोनी का सफर महज पांच-छह साल में पूरा हो गया।
2011 का वर्ल्ड कप जीत 28 साल बाद भारत को बनाया विश्व विजेता
धोनी की कप्तानी में भारत ने टी-20 विश्व कप-2007 जीता और 2011 में भारत को वनडे विश्व कप दिलाया। इसके अलावा धोनी ने अपनी कप्तानी में 2013 में भारत को चैम्पियंस ट्रॉफी दिलाई और टेस्ट में टीम को नंबर-1 बनाया। धोनी दुनिया के इकलौते कप्तान है जिन्होंने आईसीसी के सभी टूनार्मेंट्स- टी-20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीती।
2011 के बाद भारतीय टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बन गई थी और धोनी करोड़ों हिन्दुस्तानियों के दिलों पर राज करने लगे। उन्होंने न सिर्फ सचिन तेंदुलकर का बल्कि हर एक क्रिकेट प्रेमियों का सपना पूरा किया। धोनी ने मन्नत मानी थी कि विश्वकप जीतने के बाद अपने सिर मुंडवा लेंगे, जोकि विश्व कप जीतने के दूसरे दिन देखने को भी मिला। इससे पहले धोनी ने दक्षिण अफ्रीका में 2007 में टी-20 विश्वकप जीतने के बाद भी अपने लंबे बालों को कटवाकर छोटा कर दिया था।
आपको बता कि 30 दिसंबर 2014 को धोनी ने टेस्ट टीम से अचानक संन्यास ले लिया। धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले। उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी। जिसके बाद विराट कोहली टेस्ट टीम के कप्तान बने। टीम इंडिया उस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था। मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ और इस टेस्ट के बाद धोनी ने सबको चौंकाते हुए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
वहीं धोनी ने वनडे और टी-20 से 4 जनवरी 2017 को कप्तानी छोड़ी। इस तरह से ‘कैप्टन कूल’ का गोल्डन एरा का भी खत्म हो गया था। उन्होंने कुल 199 वनडे और 72 टी-20 मैचों में कप्तानी की। रिकी पोंटिंग और स्टेफिन फ्लेमिंग के बाद धोनी एकलौते ऐसे खिलाड़ी है, जिन्होंने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा वनडे मैचों के लिए कप्तानी की। धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होने से महज 11 दिन पहले कप्तानी छोड़कर सबको हैरान कर दिया था।
माही का ऐसा है बेमिसाल करियर
अब तक के करियर की बात करें तो धोनी ने 350 वनडे खेले हैं और 10 शतक और 73 अर्धशतक की मदद से 10773 रन बनाए हैं, जबकि 90 टेस्ट में 6 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से 4876 रन बनाए। टी-20 इंटरनैशनल करियर में उन्होंने 98 मैच खेले, जबकि दो अर्धशतक की मदद से 1617 रन बनाए हैं। आईपीएल में धोनी ने 190 मैच खेले हैं और 4432 रन बनाए हैं. जिसमें उन्होंने 23 हाफ सैंचुरी बनाई हैं. आईपीएल में उनका हाई स्को 84 रन रहा है।
धोनी का पहला प्यार फुटबॉल रहा
-धोनी का पहला प्यार फुटबॉल रहा है। वे अपने स्कूल की टीम में गोलकीपर थे। धोनी अपने स्कूली दिनों में क्लब और राजकीय स्तर पर फुटबॉल खेल चुके हैं। फुटबॉल का प्रेम जग जाहिर है और वह इसके बारे में कई बार बता भी चुके हैं। धोनी को क्रिकेट के साथ फुटबॉल, बैडमिंटन, टेनिस, स्नूकर, मोटर रेसिंग जैसे स्पोर्ट्स भी काफी पसंद है।
-महेंद्र सिंह धोनी अपने बालों के स्टाइल के लिए भी मशहूर रहे हैं। कभी लंबे बालों के लिए जाने जाने वाले धोनी समय समय पर हेयर स्टाइल बदलते रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि धोनी फिल्म स्टार जान अब्राहम के बालों के दीवाने रहे हैं।
-महेंद्र सिंह धोनी 2011 में भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाए गए। धोनी कई बार ये कह चुके हैं कि भारतीय सेना में शामिल होना उनके बचपन का सपना था।
-2015 में आगरा स्थित भारतीय सेना के पैरा रेजिमेंट से पैरा जंप लगाने वाले पहले स्पोर्ट्स पर्सन बने। उन्होंने पैरा ट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेने के बाद करीब 15, 000 फ़ीट की ऊंचाई से पांच छलांगें लगाई्ं, जिनमें एक छलांग रात में लगाई गईं थीं।
-महेंद्र सिंह धोनी मोटरबाइक्स के ख़ासे दीवाने हैं। उनके पास दो दर्जन आधुनिकतम मोटर बाइक मौजूद हैं। इसके अलावा उन्हें कारों का भी बड़ा शौक है। उनके पास हमर जैसी कई महंगी कारें हैं।
-महेंद्र सिंह धोनी का नाम कई हाई प्रोफाइल अभिनेत्रियों से जुड़ा गया। लेकिन उन्होंने चार जुलाई, 2010 को देहरादून की साक्षी रावत से शादी की। धोनी और साक्षी की एक बेटी भी है, जिसका नाम जीवा है।
-एमएस धोनी को बतौर क्रिकेटर पहली नौकरी भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर के तौर पर मिली. इसके बाद वे एयर इंडिया की नौकरी करने लगे. इसके बाद वे एन श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स में अधिकारी बन गए।
-एमएस धोनी दुनिया भर में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले क्रिकेटर रहे हैं। टेस्ट से संन्यास लेने से पहले उनकी औसत आमदनी 150 से 190 करोड़ रुपये सालाना थी, जिसमें अभी भी बहुत ज़्यादा की कमी नहीं हुई है।
करियर सफर
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट करियर के सफर की शुरुआत 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश की सरजमीं पर हुई थी। धोनी के करियर की शुरुआत काफी खराब रही थी। उन्होंने अपनी पहली इंटरनेशनल पारी में 0 रन बनाए थे। बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में 7वें नंबर पर खेलने उतरे और वह पहली ही बॉल पर रन आउट हो गए थे। धोनी ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ 2 दिसंबर 2005 में की थी। इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 11 रन बनाए थे। वहीं, धोनी ने अपना पहली टी-20 इंटरनेशनल मैच 1 दिसंबर 2006 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में खेला था। इस मैच में धोनी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे थे। जब धोना 2004 में अपने डेब्यू मैच में जीरो पर आउट हुए तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह खिलाड़ी एक दिन ऐसा नाम बनाएगा, लेकिन डेब्यू के बाद 5वें मैच में धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन की पारी खेल कर पूरी दुनिया को अपने आने की खबर दे दी थी।
