हल्द्वानी: चार साल बाद पकड़ में आया 15 लाख रुपए ठगने वाला जालसाज

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। दो जिलों में ई-राशन कार्ड का काम दिलाने के नाम पर लखनऊ की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने युवक से 15 लाख की ठगी कर ली। मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई और चार साल बाद मुखानी पुलिस ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की गई है।

मुखानी थाने में यह रिपोर्ट एसएसपी के आदेश पर दर्ज की गई थी। कमलुवागांजा त्रिमूर्ति मॉल के पास रहने वाले नरेंद्र सिंह पुत्र भगवान सिंह ने वर्ष 2019 में पुलिस से शिकायत की थी। कहा था कि नगर निगम में काम करने वाले एक व्यक्ति के जरिये उन्हें ई-स्मार्ट राशन कार्ड बनाने के प्रोजेक्ट के बारे में पता लगा।

उक्त कर्मी के जरिये नरेंद्र की मुलाकात अमाऊं खटीमा निवासी कविंद्र चंद से हुई। कविंद्र ने नेहरू इंक्लेव लोहिया पार्क गोमतीनगर निवासी ज्ञान सिंह उर्फ ज्ञान प्रकाश सिंह पुत्र सतीश कुमार सिंह व उसके भाई विश्व प्रताप सिंह व इमरान से मिलाया। उक्त लोगों ने खुद को युवा शक्ती कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर बताया और कहा, उत्तराखंड में ई-स्मार्ट राशन कार्ड प्रोजेक्ट के लिए उनका टेक महिन्द्रा लिमिटेड कंपनी से करार हुआ है। आरोपियों ने नरेंद्र को चमोली व हरिद्वार जिलों के ई-स्मार्ट राशन कार्ड बनाने का काम देने का वादा किया।

इसके एवज में आरोपियों ने नरेंद्र से 15 लाख रुपए ले लिए, लेकिन नरेंद्र को काम नहीं मिला। उल्टा नरेंद्र से गालियां और जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। इस मामले में मुखानी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और जांच शुरू की। मामले की पड़ताल में जुटे आम्रपाली चौकी प्रभारी अनिल कुमार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कविंद्र चंद पुत्र प्रेमचंद निवासी ग्राम हयूपानी पाभै पिथौरागढ़, हाल निवासी आईटीआई घोसीकुआं अमाऊ खटीमा उधमसिंहनगर को भाखड़ा पुल के पास कालाढूंगी रोड से गिरफ्तार कर लिया। अन्य तीन की तलाश की जा रही है। पुलिस टीम आम्रपाली चौकी प्रभारी अनिल कुमार, कांस्टेबल कुन्दन शाही, धीरज सुगड़ा हैं।

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