रुद्रपुर: मां ने नौ माह की बेटी के साथ फांसी लगाकर की खुदकुशी

तीन साल पहले हुई थी शादी, परिवार में मचा कोहराम

रुद्रपुर: मां ने नौ माह की बेटी के साथ फांसी लगाकर की खुदकुशी

रुद्रपुर, अमृत विचार। रंपुरा चौकी इलाके की रहने वाली एक विवाहिता ने अपनी ही नौ माह की बेटी के साथ फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मां-बेटी को फंदे पर झूलता हुआ देखकर परिवार में कोहराम मच गया और पत्नी के लिए सामान लेकर वापस लौटा पति गश खाकर गिर गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि मृतका की तीन साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी नौ माह की बेटी भी थी। पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार मूलरूप से तिलहर शाहजहांपुर बरेली निवासी मिथलेश कुमार ने तीन साल पहले शिकारपुर शाहजहांपुर की रहने वाली 21वर्षीय सुनैना के साथ शादी की थी। खुशहाल परिवार के साथ जीवन यापन करने के उद्देश्य से रुद्रपुर की भदईपुरा रेशम बाड़ी आकर रहने लगा और टुकटुक चलाकर परिवार की जीविका चलाने ल गा। बुधवार की सुबह पत्नी सुनैना के लिए नवरात्र का सामान लेने के लिए मिथलेश बाजार निकला था और घर में उसकी नौ माह की बेटी हिमांशी को पत्नी के पास छोड़ गया। सवा नौ बजे के करीब जब मिथलेश घर पहुंचा और दरवाजा खोलने की कोशिश की तो अंदर से बंद था।

काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा न हीं खुला। उसने अपने छोटे भाई सहित पड़ोसियों को इकठ्ठा किया व दरवाजे की कुंडी तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो पत्नी नौ माह की बेटी के साथ एक ही चुन्नी का फंदा बनाकर पंखे की कुडी से लटकी हुई थी। आनन फानन में मां-बेटी को नीचे उतारा गया। मगर तब दोनों की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही रंपुरा चौकी प्रभारी अर्जुन गिरि ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। मौके से कोई सुसाइट नोट नहीं मिला। पुलिस ने मां-बेटी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पीएम रिपोर्ट आने के इंतजार करते हुए आत्महत्या के कारणों की तफ्तीश शुरू कर दी है।

भाई की शादी को लेकर बेहद उत्साहित थी सुनैना
 रुद्रपुर। भदईपुरा रेशमबाड़ी की रहने वाली सुनैना के भाई की दस दिन बाद ही शादी थी। जिसको लेकर सुनैना बेहद ही उत्साहित थी। बताया जा रहा है कि सप्ताह भर पहले ही सुनैना अपने मायके शिकार पुर शाहजहांपुर गई हुई थी और भाई की शादी की तैयारियों में जुट गई है। यहां तक कि उसने शादी से तीन से चार दिन पहले मायके जाने की बात भी अपने पति मिथलेश से कही थी। जिसको लेकर मिथलेश ने भी हामी भर थी और मृतका का पति खरीदारी की तैयारी भी कर रहा था। मगर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सुनैना ने भाई की शादी की खुशी को भी दरकिनार कर अपनी मासूम बेटी के साथ मौत को गले लगाना बेहतर समझा।

पति बोला दिमाग की चल रही थी दवाई
रुद्रपुर। शादी के बाद से दोनों का दामपत्य जीवन खुशहाल चल रहा था और यह खुशी हिमांशी के जन्म होने के दोगुनी हो गई थी। मां-बेटी की मौत के बाद मायके वाले कह रहे हैं तीन साल में दोनों के बीच ऐसा कोई भी पारिवारिक विवाद की बात सामने नहीं आई है। जिस पर मायके वाले भी सन्न हैं। वहीं, पति मिथलेश का कहना था कि शादी के कुछ माह बाद सुनैना को दिमागी बीमारी हो गई थी। जिसकी दवाइयां चल रही थी। जिसके बाद सुनैना सामान्य थी।  मगर दिमागी बीमारी आत्महत्या का कारण बने। ऐसा मिथलेश मानने को तैयार नहीं है।