फर्रुखाबाद: दबंगों के जुल्म, अफसरों की अनदेखी से क्षुब्ध शिक्षक ने फांसी लगाकर दी जान

दबंगों ने मारपीट कर मुंह में की  पेशाब, मरने को किया मजबूर, शिक्षक ने सुसाइड नोट में दबंगों पर दंडात्मक कार्रवाई की लगाई गुहार 

कार्यालय संवाददाता, फर्रुखाबाद, अमृत विचार। दबंगों के जुल्म और अफसरों की अनदेखी से आहत शिक्षक ने फांसी लगाकर जान दे दी। शिक्षक की शर्ट पर कुछ लोगों के नाम लिखे थे। कपड़ों की तलाशी में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें 11 लोगों पर उत्पीड़न करने और दो बसपा नेताओं पर उनको संरक्षण देने का आरोप है। इसी वजह से खुदकुशी करने का जिक्र किया गया है।   

मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के सलेपुर रतन निवासी 55 वर्षीय रामआसरे ने एमए, बीएड तक पढ़ाई की थी। वह एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते थे। उनके खेत नवाबगंज थाने की सीमा के पास हैं। वह गुरुवार रात घर से चले गए। सुबह करीब पांच बजे पुत्र कुलदीप खेत की तरफ गया तो बसेली गांव के देवेंद्र कुमार के खेत पर खड़े शहतूत के पेड़ पर रामआसरे का शव रस्सी के फंदे पर लटक रहा था। मंजर देखकर उसकी चीख निकल गई। शोरशराबे पर वहां भीड़ लग गई। घटना की सूचना मिलने पर परिवार के लोग पहुंच गए और रोने-बिलखने लगे।

घटना की जानकारी मिलने पर नवाबगंज थानाध्यक्ष जेपी शर्मा पहुंचे और जांच-पड़ताल की। दरोगा दीपक कुमार ने शव को फंदे से उतारा तो शर्ट की कलर पर स्केच पेन से कुछ लोगों के नाम लिखे थे। यह देखकर पुलिस हैरान रह गई। कपड़ों की तलाशी ली गई तो दो पेज का सुसाइड नोट बरामद हुआ। पुलिस ने उसे कब्जे में लिया। सुसाइड नोट में शिक्षक ने आत्महत्या करने के पीछे दो महिलाओं समेत 11 लोगों द्वारा उत्पीड़न करने की जिक्र किया है। उनका सहयोग बसपा के दो नेता कर रहे हैं। पोस्टमार्टम में फांसी से मौत की पुष्टि हुई है। फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और घटना स्थल से साक्ष्य के लिए नमूने लिए। शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। 

दबंगों ने मारपीट कर मुंह में की  पेशाब, मरने को किया मजबूर 

शिक्षक रामआसरे के पास से मिले सुसाइड नोट में रोंगटे खड़े करने वाली बातें लिखी हैं। लिखा है कि गांव के दबंग, उसके परिवार का शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान करते हैं। दबंगों को दो बसपा नेताओं का संरक्षण मिला है। इसी कारण उसकी पुत्री को दबंग आए दिन अभद्र व्यवहार कर परेशान करते हैं। पुत्रवधुओं को भी नहीं छोड़ते हैं। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कई बार की और डाक के माध्यम से भी भेजी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे दबंग रंजिश मानने लगे। घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। दो दांत तोड़ दिए। उनके आतंक से छोटा पुत्र और पुत्रबधू गांव छोड़कर चले गए। दबंग अपने मकान के पास नाली दोनों ओर बंद किए हैं। रात में कटिया डालकर सबमसिर्बल चलाते हैं। 

दबंगों ने 10 मार्च को उसे पकड़कर अपने मकान में बंधक बना लिया। मारपीट करने के बाद उसके मुंह में पेशाब की। शिकायत करने पर मुंह को गोलियों से भर देने की धमकी दी। 15 मार्च को दबंगों ने उसके खेत की मेड़ खोद कर अपने खेत में मिला ली। उनके भय से गांव के लोग भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। दबंगों ने आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया। दबंगों ने असहनीय अपमान कर उसके जीने का अधिकार छीन लिया है। सुसाइड नोट में रामआसरे ने दबंगों पर दंडात्मक कार्रवाई करने की गुहार भी लगाई है।

एक बेटी की शादी बाकी
पुत्र कुलदीप ने बताया कि वह दो भाई और चार बहनें हैं। एक बहन की शादी होनी है। पत्नी कृष्णा देवी रो-रोकर बेहाल हैं। मोहम्मदाबाद सीओ ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें:-लखनऊ: एलडीए के दो निलंबित बाबू बर्खास्त, जांच में दोषी मिलने पर उपाध्यक्ष ने की कार्रवाई