Chaitra Navratri 2023 : अटूट श्रद्धा...संकट से घिरे भक्तों की माता रानी हर परेशानी करती हैं दूर

भक्त मंदिर में आकर अपनी मन्नतों की चुनरी बांधते हैं

Chaitra Navratri 2023 : अटूट श्रद्धा...संकट से घिरे भक्तों की माता रानी हर परेशानी करती हैं दूर

लाइन पार स्थित माता मंदिर

मुरादाबाद, अमृत विचार।  शहर में लाइन पार स्थित माता मंदिर पौराणिक हैं। इस मंदिर से भक्तों की अटूट श्रद्धा है। मां के प्रति श्रद्धा होने के चलते श्रद्धालु दूर दराज से यहां आते हैं। मान्यता है कि मां के दरबार में माथा टेकने से भक्तों की हर मुराद पूरी होती है। संकट से घिरे भक्तों की महामाई हर परेशानी को दूर कर देती हैं। कहते हैं कि यहां जो भी भक्त सच्चे मन से आता है और अपनी समस्या मां के सामने बताया है, माता रानी उसकी हर परेशानी का रास्ता निकाल देती हैं। यही वजह है कि माता मंदिर दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। भक्त मंदिर में आकर अपनी मन्नतों की चुनरी बांधते हैं। इसके बाद मनोकामना पूरी होने पर मंदिर आकर चुनरी खोलते हैं। 

 इस मंदिर की स्थापना करीब 50 वर्ष पहले हुई थी। इसमें मां दुर्गा, शिवलिंग, मां सरस्वती, राधा कृष्ण, लक्ष्मी, संतोषी माता, लक्ष्मी नारायण, हनुमान जी, शिव-पार्वती, गणेश जी, काली माता, शनिदेव, भैरव समेत 22 देवी-देवताओं की मूर्तियां विद्यमान हैं। मंदिर परिसर में ही केले व पीपल के भी पेड़ हैं। मंदिर की स्थापना के दौरान मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की गई थी। इसके बाद गणेश जी, काली माता समेत बाकी देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाती रहीं। 

नवरात्र के दिनों में भक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ती है। सुबह से शाम तक भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहता है। इस मंदिर में भोर में चार बजे आरती होती है और शाम आठ बजे तक मां की आरती होती है। बताते हैं कि मां के दरबार से कोई भी निराश होकर नहीं लौटता है। जो भी भक्त यहां पर मनोकामना मांगता है माता रानी उसकी झोली खुशियों से भर देती हैं।-बाबा लाल सिंह, महंत/पुजारी

ये भी पढ़ें :  Chaitra Navratri 2023 : नवरात्र में 31 अखंड ज्योत से होती है दुर्गा मां की आराधना, जानें दुर्गा भवन मंदिर की स्थापना के पीछे की कहानी