Chaitra Navratri 2023: सम्मान के लिए महिलाएं आर्थिक रूप से बनें आत्मनिर्भर

बालिकाओं के शिक्षित होने से आएगा समाज में बदलाव, संस्कार को भी दें प्राथमिकता: रूबी सिंह

Chaitra Navratri 2023: सम्मान के लिए महिलाएं आर्थिक रूप से बनें आत्मनिर्भर

मुरादाबाद, अमृत विचार। इरादे दृढ़ हों तो सफलता कदम चूमती है। समाज में सम्मान के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना होगा। यह मानना है बेसिक शिक्षा विभाग की वित्त एवं लेखाधिकारी रूबी सिंह का। वह कहती हैं कि शिक्षा से महिलाएं अपने को स्वावलंबी बनाएं। क्योंकि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने पर भी समाज में हक और सम्मान मिलेगा। 
  
मूलरूप से सहारनपुर जिले की निवासी रूबी सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गृह जनपद से हुई। वह दादा के अलावा अपने पिता जो सहारनपुर में ही सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर थे, से काफी प्रभावित हैं। पढ़ाई के दौरान पिता को असमय खो देने का गम उन्हें आज भी है। लेकिन, उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा और मां के संबल से पिता के सपने को पूरा करने की ठानी।

खुद शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी उनकी मां ने हर कदम पर हौसला बढ़ाया। जब कभी वह निराश होती तो मां की ममतापूर्ण प्रेरणा और पिता के सपनों को पूरा करने के संकल्प को साकार करने के लिए जुट जातीं। 2017 में वह पीसीएस में चयनित हुईं। उनकी पहली तैनाती 2020 में मुरादाबाद में बेसिक शिक्षा विभाग में वित्त एवं लेखाधिकारी पद पर हुईं। इस पद पर आसीन होने की उनको जितनी व्यक्तिगत  खुशी थी उससे कहीं अधिक हर्ष इससे था कि उन्होंने अपने पिता की इच्छा और सपने को साकार किया। इनका मानना है कि बेसिक खासकर सरकारी क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधरना चाहिए। छात्र, शिक्षकों के आपसी तालमेल से कठिन डगर और लक्ष्य भी मुट्ठी में हासिल हो जाएगा। 

नारी हर विधा में आगे, बस हौसला रखने की जरूरत
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा से स्नातक करने वाली रूबी नारी सशक्तिकरण की पक्षधर हैं। वह कहती हैं कि आज की नारी हर विधा में आगे हैं। बस जरूरत खुद का हौसला बनाए रखने की है। इसके लिए उसे खुद को उच्च शिक्षित कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना होगा। 

बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन
बालिका शिक्षा देश का भविष्य है। वह कहती हैं कि बालिका को शिक्षित ही नहीं उच्च शिक्षित होना चाहिए। क्योंकि वह बच्चों को शिक्षित करती है जिस पर देश का भविष्य बनाने का दारोमदार होता है। इसलिए लड़कियों को पढ़ाई में कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। राह कितनी भी मुश्किल हो, लेकिन मंजिल पाने के लिए ठोस इरादे से आगे बढ़ने की जरूरत है।

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