अयोध्या: निर्देश व दावे धड़ाम, बोहनी को तरसे 58 क्रय केंद्र, अफसर दौड़ाते रहे गाड़ियां

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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अयोध्या, अमृत विचार। एक अप्रैल से गेहूं खरीद का शासन का निर्देश और प्रशासन का दावा दोनों धड़ाम हो गया। जिले के 58 गेहूं क्रय केन्द्रों में से एक पर भी केंद्रों बोहनी तक नहीं हो सकी। एक तो मौसम की मार ऊपर से सरकारी खरीद के भाव के चलते किसानों ने क्रय केंद्रों की ओर रुख तक नहीं किया।

जिले के सभी 11 ब्लॉकों और नवीन गल्ला मंडी समेत कुल 58 गेंहूं खरीद क्रय केंद्र इस बार बनाए गए हैं। जिन पर शनिवार से खरीद शुरू होने का दावा किया गया था। इसके लिए 16 अधिकारी निगरानी के लिए लगाए गए हैं जो पूरे दिन सरकारी तेल फूंक एक केंद्र से दूसरे केंद्र का चक्कर लगाते रहे, लेकिन खरीद नहीं शुरू करा पाए। विभाग का तर्क है कि मौसम के कारण प्रभाव पड़ रहा है।

दावा किया कि दस अप्रैल से खरीद सुचारू रूप से होगी, लेकिन सच्चाई यह है कि गेहूं के बाजार भाव 2350 प्रति क्विंटल होने के कारण किसान बेरुखी अपनाए हुए हैं। जबकि सरकारी दर 2125 प्रति क्विंटल है। किसानों का कहना है कि बाजार भाव ज्यादा मिल रहा है तो सरकार को काहे बेचेंगे। वहीं अभी तक खरीद के लिए पंजीकरण भी 700 किसानों से ऊपर नहीं पहुंच सका है।

पूराबाजार संवाददाता के अनुसार विकासखंड में गेहूं क्रय केंद्र निर्धारित है लेकिन शनिवार किसी भी क्रय केंद्र पर तौल नहीं शुरू हो पाई। ब्लॉक में दर्शन नगर ,राजेपुर, पूरा बाजार, रसूलाबाद गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं। सब जगह सन्नाटा पसरा रहा। खानपुर के किसान योगेश तिवारी, पुरसायें के अंकित तिवारी, संसार नाथ पांडे ,रमेश तिवारी बताते हैं कि साधन सहकारी समिति रसूलाबाद पर अभी गेहूं क्रय केंद्र चालू नहीं हुआ है और न ही कोई व्यवस्था बनाई गई है।

सभापति प्रदीप तिवारी ने बताया कि उन्हें कोई जानकारी अभी नहीं है। साधन सहकारी समिति रसूलाबाद के सचिव ने बताया कि अभी मौसम को देखते हुए केंद्र चालू नहीं किया गया है। गोसाईगंज संवाददाता के अनुसार राजकीय गेंहू क्रय केंद्र नवीन सब्जी मंडी में पहले ही दिन पूरी तरह से सन्नाटा दिखाई पड़ा। यहां कील कांटा तो दुरुस्त मिला, लेकिन किसान नदारद रहे। एसएमआई हरिसेवक चौरसिया ने बताया कि गोदाम में भरपूर बोरी मौजूद है। कांटा,झन्ना,नमी मापक यंत्र को एक्टिव कर लिया गया है,अब केवल किसानों का इंतजार है। बताया कि वैसे अभी गेंहू कटा नहीं है। इसलिए खरीद शुरू होने में थोड़ी देरी हो सकती है।

दस साल से बंद है समिति, खरीद तो दूर की बात 
हैदरगंज संवाददाता के अनुसार साधन सहकारी समिति जाना बाजार 10 वर्षों से बंद पड़ी है। ऐसे में किसानों के लिए गेहूं खरीद की दूर-दूर तक कोई व्यवस्था नहीं दिखाई पड़ रही है। राजेंद्र यादव बीडीसी, शेर बहादुर शेर, जितेंद्र सिंह, राधेमोहन यादव, सोमनाथ तिवारी, भोला पांडे, राजेश पटेल श्याम जी यादव, राज बहादुर वर्मा, उदय सिंह किसानों ने बताया जिम्मेदार सिर्फ कागजों में व्यवस्था दौड़ा कर खानापूर्ति कर रहे हैं। किसान इसकी शिकायत एडीओ सहकारिता तारुन समेत सहकारिता विभाग के अधिकारियों से कर चुके हैं।  

पहले दिन कहीं भी खरीद नहीं हो सकी। टीमों को लगाया गया है। बारिश के कारण भी प्रभाव पड़ा है। दस अप्रैल से सुचारू रूप से खरीद होने की संभावना है। विभाग पूरी तरह से किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है ...अजीत कुमार सिंह, डिप्टी आरएमओ, अयोध्या।

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