UPSC के जरिए नियुक्त हुए अधिकतर अधिकारी डकैत हैं : केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडू
बालासोर (ओडिशा)। केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू ने एक वीडियो में कहा है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के ज़रिए नियुक्त हुए अधिकतर अधिकारी डकैत हैं। उन्होंने कहा, 100% नहीं लेकिन उनमें से कई अधिकारी डकैत हैं। उन्होंने कहा कि मुर्गा चोर को सज़ा दी जा सकती है लेकिन खनिज गिरोह चलाने वाले अधिकारी को छुआ भी नहीं जा सकता।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के जरिए नियुक्त कई अधिकारी डकैत हैं। जल शक्ति राज्य मंत्री टुडु ने शनिवार को ओडिशा के बोलेश्वर जिले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए यह विवादित टिप्पणी की। उन्हें अलग-अलग सोशल नेटवर्किंग साइट पर साझा किए गए एक वीडियो में विवादित बयान देते हुए सुना जा सकता है।
मंत्री टुडु ने कहा, मुझे लगता था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं, लेकिन अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से उत्तीर्ण हुए हैं उनमें से ज्यादातर डकैत हैं। मैं 100 फीसदी (अधिकारियों के बारे में ऐसा) नहीं कहता, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक चिकन चोर को दंडित किया जा सकता है, लेकिन एक अधिकारी जो खनिज माफिया को चलाता है। उसे छुआ तक नहीं जा सकता क्योंकि सिस्टम उसकी रक्षा करता है। हालांकि जिस वीडियो में विश्वेश्वर टुडु ये कहते दिख रहे हैं, अमृत विचार उसकी पुष्टि नहीं करता है।
केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु ने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके आवास के ठीक पीछे है। शुरू में इसके प्रति उनका बहुत सम्मान था, लेकिन अब बदल गया है। टुडू ने कहा कि अगर ऐसे शिक्षित लोग हैं तो हमारा समाज भ्रष्टाचार और अन्याय में क्यों डूबा है? अपनी इस बात का जवाब खुद देते हुए टुडू ने कहा कि यह सब हमारी शिक्षा प्रणाली में नैतिक शिक्षा की कमी की वजह से हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच आध्यात्मिक शिक्षा और विचारों की अभाव है।"
गौरतलब है कि यूपीएससी देश का प्रमुख केंद्रीय भर्ती आयोग है जो एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करता है और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति करता है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु का नाम पहले भी विवादों में रह है। इससे पहले उनपर एक सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोप लगे थे। अधिकारी ने आरोप लगाया था कि समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने उस पर हमला किया और उसका हाथ तोड़ दिया था। केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु ओडिशा के मयूरभंज से बीजेपी सांसद हैं और मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री हैं।
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