मुरादाबाद : कानपुर बार एसोसिएशन के समर्थन में उतरे अधिवक्ता, नहीं किया कार्य
मुरादाबाद। कानपुर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के खिलाफ हाई कोर्ट द्वारा आरोप तय करने के बाद कई जिलों के अधिवक्ता एसोसिएशन कानपुर बार के समर्थन में उतर आए हैं।आपको बता दें कि कानपुर जनपद में वकीलों ने अदालत का बहिष्कार किया था, जिसके कारण वहां के अधिवक्ताओं ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। जिसके बाद हाई कोर्ट ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों को तलब करते हुए उनके खिलाफ आरोप तय कर दिए थे। जिससे वकील समुदाय मे रोष व्याप्त हो गया।
गुरुवार को मुरादाबाद बार एसोसिएशन के द्वारा गुरुवार को कानपुर बार एसोसिएशन के समर्थन में एक दिवसीय हड़ताल का निर्णय लिया गया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सक्सैना ने बताया कि अधिवक्ताओं के खिलाफ जो निर्णय लिया गया है वह गलत है इस निर्णय से अधिवक्ताओं को ठेस पहुंची है।
महासचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि हड़ताल मे न केवल अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया बल्कि स्टाम्प विक्रेता, टाइपिस्ट और नोटरी वकील ने भी किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया। इससे हम सबकी एकता दिखाई देती है। वकीलों की इस हड़ताल के कारण वादकारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हड़ताल के दौरान अधिवक्ताओं ने बार अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक मार्च निकाल कर अपना विरोध जताया। अधिवक्ताओं के इस मार्च में बार उपाध्यक्ष सुनील कुमार सक्सैना, पारुल अग्रवाल, खलील अहमद, विनीत भटनागर, मुन्नी देवी, कबीर खालिद, विशाल भारद्वाज, उस्मान अली, जितेन्द्र प्रताप सिंह, अंकित टंडन, प्रमोद प्रत्येकी त्रिलोक चंद दिवाकर, सुरेश सिंह अन्य वकील मौजूद रहे।
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