पीलीभीत में 'गब्बर इज बैक' फिल्म की तरह डॉक्टर साहब ने कर दिया लाश का इलाज, अब फंसे...

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Published By Vikas Babu
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शहर के माधोटांडा के गांव रानीगंज का रहने वाला है पीड़ित

पीलीभीत, अमृत विचार। गोवंश के हमले में घायल हुए युवक का इलाज करने के नाम पर डॉक्टर ने जमकर वसूली की। युवक के मरने के बाद भी डॉक्टर मरीज का इलाज करता रहा। जिसके बाद नौ अप्रैल को डॉक्टर ने परिवार वालों को युवक का बिना सूचना दिए शव अस्पताल से बाहर कर दिया। जब परिवार ने विरोध किया तो स्टाफ ने मारपीट करते हुए वहां से भाग दिया। इस मामले में पीड़ित ने एसपी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पीड़ित ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या करेगा। 

माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव रानीगंज निवासी लालाराम ने एसपी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि कुछ दिन पहले उसका बेटा श्रीपाल किसी काम से माधोटांडा कस्बे जा रहा था। तभी रास्ते में आवार गोवंश ने बाइक पर हमला कर दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

108 एंबुलेंस की मदद से उसे सीएचसी पूरनपुर भर्ती कराया गया। जहां हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने उसे वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उसे गौहनिया रेलवे फाटक के पास स्थित न्यूरो सिटी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया। आरोप है कि जहां डॉक्टर ने उसे 75 हजार जमा कराने के बाद उसका इलाज किया। परिवार के पूछने पर भी डॉक्टर ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बल्कि इलाज के नाम पर पीड़ित से रुपये लेता रहा।

नौ अप्रैल को सुबह 10 बजे डॉक्टर ने युवक की मौत होने की जानकारी दी। जिस पर परिवार वालों ने विरोध जताया तो डॉक्टर के स्टाफ ने लाश को बाहर निकालते हुए परिवार को भी अस्पताल के बाहर कर दिया। जब पीड़ित का दूसरा भाई श्रीपाल अपने भाई के इलाज की फाइल लेने के लिए पहुंचा तो डॉक्टर और स्टाफ ने फाइल देने से इनकार करते हुए मारपीट कर भाग दिया। पीड़ित ने अस्पताल को फर्जी बताते हुए मरीजों की जान से खिलवाड़ करने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लगेगा।

28 फरवरी को मरीज आया था। हमने इलाज करने से मना कर दिया था। लेकिन कई बार कहने के बाद ईलाज करना शुरू किया था। जब तक मरीज अस्पताल में रहा तब तक मरीज की मौत नहीं हुई। न ही मृत व्यक्ति का ईलाज किया गया। लगाए गए आरोप निराधार हैं। हमारे सारी सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं--- डा. नेहा सिंह, केयरटेकर, न्यूरो सिटी हॉस्पिटल।

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