मुरादाबाद: आंबेडकर प्रतिमा स्थापित को लेकर महिलाओं की पुलिस से नोकझोंक

धर्मपुर कला गांव का मामला, प्रतिमा हटाकर गांव में रखवाई, आचार संहिता हटने के बाद प्रशासन से अनुमति लेकर होगी स्थापित

मुरादाबाद: आंबेडकर प्रतिमा स्थापित को लेकर महिलाओं की पुलिस से नोकझोंक

विरोध करती महिलाओं को समझातीं महिला पुलिस।

बिलारी (मुरादाबाद), अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम धर्मपुर कला में ग्रामीणों ने प्रशासन से बिना अनुमति लिए ही आंबेडकर पार्क में बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित कर दी। सूचना पर पहुंचे एसडीएम, सीओ और कोतवाली प्रभारी से प्रतिमा हटाने को लेकर महिलाओं की नोकझोंक भी हुई। अधिकारियों ने ग्रामीणों आचार संहिता का हवाला देते हुए बाद में प्रतिमा स्थापित करने का आश्वासन दिया। 

ग्राम धर्मपुर कला में आंबेडकर पार्क बना हुआ है। शुक्रवार को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर ग्रामीणों ने कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रशासन से बिना अनुमति लिए ही डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी।  सूचना पर पहुंची पुलिस से मूर्ति हटाने को लेकर महिलाओं की नोकझोंक हुई। बाद में एसडीएम राजबहादुर सिंह, सीओ अंकित कुमार और कोतवाली प्रभारी अमित कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया कि बिना अनुमति के कोई भी प्रतिमा नहीं लगाई जा सकती है। 

कहा कि इस समय आचार संहिता भी प्रभावी है, इसलिए उन्हें विधिवत प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी जिसके बाद ही प्रतिमा लगाई जा सकती है। इस बात पर महिलाएं और ग्रामीण भड़क गए। इस दौरान महिला पुलिस की महिलाओं से तीखी नोकझोंक भी हुई। महिलाओं का आक्रोश बढ़ते देख प्रशासन को पीएसी बुलानी पड़ी। इस दौरान भीम सेना के चेतन मुरादाबादी भी मौके पर पहुंच गए। वहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाया। जिसके बाद बाबा साहब की प्रतिमा को हटाकर गांव में ही रखने पर सहमति बनी। एसडीएम ने कहा कि कहा कि आचार संहिता हटने के बाद प्रशासन से अनुमति लेकर बाबा साहब की प्रतिमा पुनः स्थापित करा दी जाएगी।

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