मुरादाबाद: प्रधानाचार्य ने नहीं करने दी जांच, वापस लौटी टीम

Amrit Vichar Network
Published By Priya
On

टीम मनमाने तरीके से निजी प्रकाशकों की पुस्तक लगाने की कर रही जांच, सेंट मीरा एकेडमी में प्रधानाचार्या ने नहीं दी अनुमति, आर्यंस इंटरनेशनल व स्प्रिंगफील्ड में टीम ने बच्चों से की पूछताछ

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम गुरुवार को स्कूलों में पहुंची। टीम स्कूलों के मनमाने तरीके से निजी प्रकाशकों की पुस्तक लगाने व एक ही दुकान से किताबें मिलने आदि की जांच को स्प्रिंगफील्ड कॉलेज, आर्यंस इंटरनेशनल स्कूल और सेंट मीरा एकेडमी में पहुंची। सेंट मीरा स्कूल में प्रधानाचार्य की अनुमति नहीं मिलने पर टीम बिना जांच के ही लौट आई।

जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम के अध्यक्ष जीआईसी के प्रधानाचार्य श्यामा कुमार सहयोगी बहोरनपुर कला इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रीतम और जीजीआईसी की प्रधानाचार्य मुक्ता अग्रवाल के साथ दिल्ली रोड पर स्थित स्प्रिंगफील्ड कॉलेज पहुंचे। जहां टीम को प्रवेश के लिए इंतजार करना पड़ा। प्रधानाचार्य श्यामा कुमार ने गार्ड को परिचय दिया। गार्ड ने रजिस्टर में बिना एंट्री के उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। बाद में स्कूल प्रबंधक के हस्तक्षेप के बाद जांच टीम अंदर पहुंची।

 यहां टीम ने प्रधानाचार्य की मौजूदगी में कक्षाओं का निरीक्षण किया। टीम को निरीक्षण में सभी कक्षाओं में निजी प्रकाशकों की किताबें लगी मिली। किसी भी बच्चे के पास भी एनसीईआरटी की किताब नहीं मिली। यहीं नहीं सभी बच्चों ने शहर की एक प्रसिद्ध दुकान से किताबें खरीदी थी। इसी दुकान से बोनी एनी पब्लिक स्कूल और पीएमएस पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भी किताबें खरीदी थी। कक्षा 12 की एक किताब की कीमत 900 से लेकर 1200 रुपये तक थी। यहीं हाल बाकी कक्षाओं की किताबों का था। जिसपर स्कूल के प्रधानाचार्य ने टीम को बताया कि एनसीईआरटी कि किताबें सीबीएसई स्कूलों में प्राथमिकता से चलती है। हमारा स्कूल आईसीएसई से संबद्ध है। यहां कोर्स अलग है।

 इसके बाद टीम आर्यंस इंटरनेशनल स्कूल पहुंची। यहां क्रमश: सभी कक्षाओं का निरीक्षण किया। सभी बच्चों के पास एनसीईआरटी की किताबें थी। टीम ने बच्चों से पूछा कि किताबें कहां से खरीदते हो। तो बच्चों ने कहा कि जहां भी पास में मिल जाए। वहां से किताबें खरीद लेते हैं। इसके बाद टीम कांशीराम नगर स्थित सेंट मीरा एकेडमी पहुंची। जहां टीम प्रधानाचार्य कार्यालय में बैठकर कक्षाओं में जाकर बच्चों से बात करने की अनुमति का इंतजार करती रही। कुछ देर बैठने के बाद टीम प्रधानाचार्य द्वारा अनुमति न मिलने पर बिना निरीक्षण ही वहां से वापस लौट आई।

टीम का नेतृत्व कर रहे जीआईसी के प्रधानाचार्य श्यामा कुमार का कहना है कि सेंट मीरा स्कूल की प्रधानाचार्या ने जांच नहीं करने दी। कुछ देर इंतजार करने के बाद वापस लौटे। एक अन्य स्कूल में बच्चों ने बताया कि इंडियन बुक डिपो पर ही किताब मिलती हैं। अन्य किसी स्थान पर किताब नहीं मिलती हैं। मैंने इसकी रिपोर्ट डीआईओएस को दी है।

ये भी पढ़ें:- मुरादाबाद: छल से किया निकाह फिर बीवी को किया बेघर

संबंधित समाचार