कटरी तिहरा हत्याकांड: कुर्की की डर से पाठक भाइयों ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, जानिए मामला...
सत्ता पक्ष के नेता की शरण में रहने से पुलिस ने नहीं डाला हाथ
बरेली, अमृत विचार। फरीदपुर क्षेत्र के कटरी में 11 जनवरी को जमीनी जंग को लेकर हुए तिहरे हत्याकांड के मामले में दोनों पाठक भाइयों ने क्षेत्र के एक विधायक की मदद से मंगलवार को पुलिस को चकमा देते हुए जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। विधायक लखनऊ के सत्ता पक्ष के एक मजबूत नेता के कहने पर पाठक भाइयों की मदद करते रहे हैं।
कटरी कांड में आरोपी आगरा निवासी सुभाष पाठक और वीरेंद्र पाठक ने हत्याकांड में तीसरे किरदार के रूप में भूमिका निभाते हुए हिस्ट्रीशीटर सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान की खुलकर मदद की थी। मामले में आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन पाठक भाइयों का हत्याकांड में नाम सामने आते ही दोनों ने लखनऊ के एक बड़े सत्ताधारी नेता के यहां पहुंचकर गिरफ्तारी से बचने के लिए डेरा डाल दिया था। काफी समय बाद पुलिस को इसकी जानकारी हुई, मगर उसने दोनों पर हाथ नहीं डाला।
पुलिस पर उठने लगे सवाल तो विधायक ने कराया आत्मसमर्पण
हत्याकांड में सरदार परमवीर सिंह और सुरेश प्रधान पक्ष के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसके बाद पाठक भाइयों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। सूत्र के अनुसार जिले के एक अधिकारी की सिफारिश पर लखनऊ के नेता ने आत्मसमर्पण कराने की कमान जिले के एक विधायक को सौंपी थी। विधायक मदद के सहारे दोनों भाई कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
पाठक भाइयों पर हो सकती है गैंगस्टर की कार्रवाई
हत्याकांड के बाद पुलिस ने सुरेश और परमवीर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी। साथ ही दोनों को गिरफ्तार कर बाद में अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया था। माना जा रहा है कि पुलिस पाठक भाइयों पर भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त कर सकती है।
जेल में दोनों भाइयों का पुलिस दर्ज करेगी बयान
आगरा निवासी पाठक भाइयों पर आरोप है कि हत्याकांड में दोनों ने साजिश रचने के साथ सुरेश प्रधान की मदद की थी। पुलिस दोनों का रिमांड न लेकर जेल में बयान दर्ज करने के लिए जाएगी। बयान दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
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