UP Board Result 2023: पिता करते मजदूरी, बेटे की IAS बनने की तमन्ना, यहां पढ़ें- टॉपर्स की जुबानी

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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UP Board Result 2023 कानपुर में यूपी बोर्ड में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम हुआ घोषित।

UP Board Result 2023 कानपुर में हाईस्कूल में 91 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले मेधावी आयुष पांडेय आईएएस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते है। जबकि उनके पिता मजदूरी करते है। वहीं, इनकम टैक्स में चयन होने के बाद बड़ी बहन प्ररेणा बनी।

कानपुर, अमृत विचार। UP Board Result 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा का परिणाम आते ही हाईस्कूल के छात्र आयुष की आंखों से आंसू छलक पड़े। निम्न वर्गीय परिवार के छात्र के पिता मजदूरी कर बच्चों को पढ़ा रहे है। मंगलवार को हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल करने के बाद आयुष बोला की आईएएस बनकर परिवार का सहारा बनूंगा।

पारितोष इंटर कालेज के हाईस्कूल के छात्र आयुष पांडेय ने बोर्ड परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल किए। परीक्षा परिणाम जानने के लिए आयुष के साथ उनकी मां लक्ष्मी पांडेय  व बड़ी बहन प्रिया पांडेय मौजूद थीं। 97 प्रतिशत अंक आने की जानकारी मिलने पर आयुष को पहले तो विश्वास ही नही हुआ। दोबारा परिणाम देखने पर खुशी के आंसू आखों से छलक पड़े। भावुक आयुष को मां लक्ष्मी पांडेय को गले लगाकर सहारा दिया।

आयुष ने बताया कि उसके पिता दिवाकर पांडेय ट्रांसपोर्ट नगर में मजदूरी कर उसका व उसकी तीन बहनों का पालन पोषण करते है। उसने बताया कि वह आईएएस बनकर परिवार का सहारा बनने के साथ देश की सेवा करना चाहता है। आयुष की मां लक्ष्मी पांडेय ने बताया कि मंहगाई के दौर में बच्चों की  शिक्षा में कई बाधांए सामने आई।

परिवार की आर्थिक स्थिति भी इतनी अच्छी नही थी, लेकिन बच्चों की पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं किया। बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए इसके लिए रिश्तेदारों, सहयोगियों के सामने कई बार हाथ भी फैलाने पड़े। मेधावी आयुष ने बताया कि बड़ी बहन प्रिया पांडेय इनकम टैक्स में हाल ही में चयनित हुई है। बहन के चयनित होने के बाद उसे प्रेरणा मान कर पूरी ताकत के साथ बोर्ड की तैयारी की।

आईएएस अधिकारी बनना चाहती है अंशिका

दसवीं में शहर की टॉपर अंशिका दीक्षित आईएएस अधिकारी बनना चाहती है। वह अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता के साथ ही शिक्षकों को दे रही है। अंशिका घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रही थी। रिजल्ट आने के बाद सभी के चेहरे पर मुस्कान हैं। अंशिका ने बताया कि उन्हें पढ़ने के लिए अच्छा वातावरण दिया गया उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए फोन और टीवी से दूरियां बना ली थी, जिसके चलते उन्हें इतने अच्छे अंक प्राप्त हुए हैं। उन्होंने पढ़ाई पर ही ध्यान केंद्रित किया। हमेशा रिविजन किया, जिससे उनका अभ्यास बना रहा।

मैंगोशेक बेंचकर बेटे को आईएएस बनाने का लक्ष्य 
बेटे को आईएएस बनाने के लक्ष्य के सामने भीषण गर्मी की धूप भी बेअसर साबित होती है। बेटा अफसर बन जाएगा तो चैन से बैठूंगा। यह कहना है मैंगो शेक का ठेला लगाने वाले दीपक अग्रवाल का। बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 96 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले आरएस एजूकेशन सेंटर के मेधावी कृष अग्रवाल के पिता दीपक खुशी से गदगद नजर आए। कृष ने बताया कि उसके परिवार में मां साक्षी अग्रवाल व छोटी बहन है। परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक आने की जानकारी उसे दोस्तों के माध्यम से हुई। मजाक समझ कर उसे विश्वास नही हुई खुद स्कूल पहुंच कर जानकारी हुई तो सपने साकार होते नजर आए। कृष ने बताया कि वह आईएएस बनकर परिवार का सहारा बनना चाहता है।

इंजीनियर बनना चाहते हैं अवनीश

ओम्कारेश्वर  सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के अवनीश मिश्र ने हाई स्कूल में 96.4 प्रतिशत अंक अर्जित किए हैं। उन्होनें ने अपने स्कूल में दूसरा स्थान प्राप्त किया है ।  अवनीश ने इंग्लिश, गणित और सोशल साइंस में 97 -97 अंक प्राप्त किये । इसका श्रेय गुरुजनों के साथ अपनी मां रिंकी मिश्रा को देते हैं। इंजीनियर बनकर देश के लिए बहुत कुछ करने की चाहत है

बीएसएस इंटर कॉलेज में आया पहला स्थान 

इंटरमीडिएट परीक्षा में यशोदानगर स्थित बीएसएस इंटर कॉलेज की छात्रा वंशिका कश्यप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यशोदानगर निवासी हरिओम कश्यप की बेटी वंशिका ने 500 में से 410 नंबर अर्जित किए हैं जो 82 फीसदी है। उसकी इस उपलब्धि पर परिजनों और शिक्षकों ने उसे बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है। वंशिका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। उसने हाईस्कूल की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी।

मोबाइल से दूर रहे, हर परीक्षा होगी पास

इंटरमीडिएट की परीक्षा में 95.2 फीसदी नंबर से शिवा जी इंटर कॉलेज में छात्रों में टॉप करने वाले अविनाश कुमार शर्मा ने कहा कि मोबाइल का जरूरत भर उपयोग किया जाए तो कोई भी परीक्षा पास की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में वह सिर्फ गूगल और वाट्सएप का उपयोग करते हैं। 

मूल रूप से फतेहपुर में रहने वाले अविनाश ने बताया कि वह एक संयुक्त परिवार का हिस्सा हैं। मेरे पापा मम्मी के साथ ही मेरे चाचा को मेरी सफलता का श्रेय जाता है। उन्होंने कहा कि पिता धीरेंद्र साधारण व्यापारी हैं और मां हीरामणी गृहणी हैं। अविनाश ने कहा कि जीवन में पढ़ृाई, खेलकूद को बराबर समय मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर से कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंक करने का सपना है। देश में रहकर ही वह परिवार का सपना पूरा करेंगे।


नाना चाहते थे कि फॅारेन सर्विस में जांऊ

मेरे नाना से मुझे बहुत लगाव रहा है। वह फॉरेस्ट सर्विस में कार्यरत थे। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा कि मेरी इंडियन फॉरेस्ट सर्विस को तुम्हें इंडियन फॉरेन सर्विस में बदलना है। नाना की इसी चाह को मुझे पूरा करना है। यह बात 96.16 फीसदी अंकों के साथ स्कूल टॉप करने वाली हाईस्कूल की छात्रा प्रसिद्धि पांडेय ने कही। दक्षिण क्षेत्र के शिवाजी इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली प्रसिद्धि ने बताया, कि उनके पिता अरविंद कुमार पांडेय एक निजी विद्यालय में शिक्षक हैं। मां वंदना पांडेय गृहणी और भाई मानस और बहन भूमि है। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार और स्कूल शिक्षक पढ़ाई में बहुत सहयोग किया है। मेरे नाना मेरे लिए बहुत स्पेशल हैं। वह हमको छोड़कर चले गए लेकिन उनकी बातें आज भी याद रहती हैं। वहीं, प्रसिद्धि के साथ ही 96.16 फीसदी के साथ टॉप पोजीशन को शेयर करने वाली स्कूल की मनसवी दुबे ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए किस्मत का साथ देना बहुत जरूरी है। मेरे परिवार ने पढ़ाई में बहुत साथ दिया है। उन्होंने हमेशा से खुला आसमान दिया है। मनसवी दुबे ने कहा कि मैं आईएएस बनकर शहर का और अपने परिवार का नाम रौशन करना चाहती हूं। जो नंबर मिले हैं मैं उससे खुश नहीं हूं क्योंकि मुझे दुख है कि मैं कानपुर से टॉपर नहीं आ पाई।

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