रामनगर: कार्बेट के झिरना में घायल बाघ ने दम तोड़ा,  बाघ की आयु थी करीब 5 वर्ष

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रामनगर, अमृत विचार। कार्बेट टाइगर रिजर्व व तराई पचिमी वन प्रभाग के फाटो रेंज के समीप मिले घायल बाघ ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घायल बाघ को जिप्सी सफारी के दौरान गश्त करते हुए वन कर्मियों ने देखा था। जिसकी सूचना आला अधिकारियों को दिए जाने पर वन अधिकारियों की टीम ने झिरना रेंज के अंर्तगत फाटो बीट के कम्पार्टमेंट न 49 से मालकुण्ड वाटर हाल के समीप से घायल बाघ को रेस्क्यू किया।

पशु चिकित्सक   डॉ दुष्यन्त की निगरानी में उसका उपचार प्रारम्भ किया गया। बाघ की आयु 5 वर्ष बताई गई है। पशु चिकित्सक ने बताया कि बाघ के सिर,गर्दन और अगले पाँवों में घातक घाव थे। उपचार के दौरान पाया गया कि उसका वीपी लो होने और यकृत की शिथिलता की वजह से वह गम्भीर रूप से बीमार था।

जिसे जीवन रक्षक दवाएं भी दी गयी मगर उसे बचाया नही जा सका। बाद में एंटीसीए के मानकों के आधार पर बाघ के शव विच्छेदन की कार्रवाई की गई। सीटीआर मुख्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार बाघ का बिसरा सुरक्षित रखते हुए आइवीआरआई बरेली एवम डब्ल्यू आई आई देहरादून को भेजा गया है। उसके बाद बाघ के शव को मौके पर ही जलाकर  नष्ट कर दिया गया है।

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