गरमपानी: खैरना वासियों ने मुख्य न्यायाधीश से लगाई न्याय की गुहार
गरमपानी, अमृत विचार। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित बाढ़ प्रभावित गरमपानी खैरना क्षेत्र के वासिदों ने उच्च न्यायालय नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन भेज न्याय की गुहार लगाई है। बजट स्वीकृति के बावजूद बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरु न होने पर नाराजगी जताई है। मानसून से पूर्व बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरु करवाए जाने को विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जाने की मांग की है।
गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र के ठिक पीछे बहने वाली उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी ने दो वर्ष पूर्व क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। कई मकान शिप्रा के उफान में जमींदोज हो गए तथा कई आवासीय भवनों को भारी नुकसान पहुंचा। लगातार मांग उठने के बाद सरकार ने छह करोड़ रुपये की धनराशि बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों के लिए स्वीकृत की।
कार्य शुरू हो सके थे की एक ठेकेदार ने टेंडर प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी जिससे बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य अधर में लटक गए। क्षेत्रवासियों को बाढ़ से राहत मिलने की उम्मीद पल भर में ही काफूर हो गई ऐसे में अब क्षेत्रवासियों ने उच्च न्यायालय नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश को हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन भेज न्याय की गुहार लगाई है।
ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि तीन सौ से ज्यादा परिवारों के आगे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है बाढ़ सुरक्षा कार्य लंबित होने से खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने मुख्य न्यायाधीश से मामले में उचित कार्रवाई कर अधिकारियों को बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू करवाए जाने को लेकर दिशा निर्देश दिए जाने की मांग की है।
ज्ञापन में ग्राम प्रधान प्रेम नाथ गोस्वामी, अजय पनौरा, हरक सिंह पिनारी, भुवन सिंह पिनारी धन सिंह गंगा सिंह, योगेश कांडपाल, हितेश साह, मदन सिंह मेहरा, राकेश जलाल, भरत जलाल, पूरन सिंह, मनोज गोस्वामी, मनोज गोस्वामी, कैलाश कांडपाल, दुर्गा सिंह बिष्ट, जीवन सिंह मेहरा समेत कई लोगों के हस्ताक्षर हैं।
