हल्द्वानी: परिवहन निगम के हल्द्वानी डिपो के राजस्व में आई गिरावट

मार्च के 3.22 करोड़ 74 हजार रुपए से गिरकर अप्रैल में 3.14 करोड़ रुपये रही कमाई

हल्द्वानी: परिवहन निगम के हल्द्वानी डिपो के राजस्व में आई गिरावट

भवाली - दिल्ली आनंद विहार वाया नैनीताल रूट पर हुई मार्च में सबसे अधिक कमाई मार्च में पर्वतीय मार्गों में सबसे अधिक हल्द्वानी-पिथौरागढ़ वाया दन्या रूट पर हुई 5. 85 लाख रुपए कमाई

हल्द्वानी, अमृत विचार। मार्च में परिवहन निगम के हल्द्वानी डिपो का कुल राजस्व 3 करोड़ 22 लाख 74 हजार रुपए रहा जो घटकर अप्रैल में 3 करोड़ 14 लाख रुपए हो गया। मैदानी रूट पर मार्च में डिपो की सबसे अधिक कमाई भवाली - दिल्ली आनंद विहार वाया नैनीताल रूट पर हुई जिसमें डिपो ने 76 लाख 67 हजार रुपए कमाए और सबसे कम हल्द्वानी मुज्जफरपुर वाया मुरादाबाद रूट पर रही जिसमें डिपो ने 72 हजार रुपए की कमाई की है। 

पर्वतीय मार्गों में सबसे अधिक कमाई हल्द्वानी पिथौरागढ़ वाया दन्या रूट ने की है जिसमें डिपो ने 5 लाख 85 हजार रुपए और सबसे कम नैनीताल चुनोटी वाया हल्द्वानी रूट पर 64 हजार रूपए की कमाई की है। पर्वतीय मार्गों में 6 रूटों पर डिपो की बसें चलती हैं जिनमें हल्द्वानी टपुवा वाया बबियाड़ रूट ने 1 लाख 83 हजार रुपए,  पिथौरागढ़ दिल्ली आनंद विहार वाया गंगोलीहाट रूट 5 लाख 28 हजार रुपए, नैनीताल जंगलियागांव वाया हल्द्वानी रूट 1 लाख 86 हजार रुपए, हल्द्वानी जौरासी वाया नंबर वन नैनीताल रूट 4 लाख 55 हजार रुपए की कमाई की है।

अप्रैल माह में सबसे अधिक कमाई नैनीताल फरीदाबाद वाया दिल्ली आनंद विहार रूट पर 22 लाख 61 हजार रुपए तथा सबसे कम नैनीताल जंगलियागांव वाया हल्द्वानी रूट पर 29 हजार रुपए की कमाई की है।


परिवहन निगम को नहीं मिलीं नई बसें 

उत्तराखंड परिवहन निगम ने संयुक्त मोर्चे के आंदोलन के बाद निगम को नई बसें आवंटित करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक एक भी बस नहीं पहुंची। जबकि हल्द्वानी डिपो में अनुबंध की 10 सीएनजी बसें बीते दिनों आ गई थी। इस मामले में कर्मचारियों ने मुख्यालय पर आरोप लगाया है कि प्राइवेट ऑपरेटरों पर निगम ज्यादा मेहरबान है जबकि निगम की बसें अभी तक डिपो को आवंटित नहीं की गई हैं। बीते दिनों ने कर्मचारी यूनियन ने  मुख्यालय के प्रति विरोध दर्ज किया था। यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री आन सिंह जीना ने बताया कि निगम मुख्यालय प्राइवेट ऑपरेटर के साथ सांठगांठ कर रहा है और लाभकारी मार्गों पर प्राइवेट ऑपरेटरों की बसें चलाने का आदेश जारी किया जा रहा है। उन्होंने आदेश निरस्त नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।