पीलीभीत: अमृत विचार की खबर पर अफसरों के एक्शन ने लगाई मोहर...बिटिया से दरिंदगी के बाद पिता की मौत पर अमरिया एसओ निलंबित

पीलीभीत: अमृत विचार की खबर पर अफसरों के एक्शन ने लगाई मोहर...बिटिया से दरिंदगी के बाद पिता की मौत पर अमरिया एसओ निलंबित

पीलीभीत, अमृत विचार। अनुसूचित जाति की नाबालिग बिटिया का अपहरण कर दरिंदों ने अस्मत लूटी और फिर सुनवाई न हुई तो पिता ने फंदा लगाकर अपनी जान दे डाली। पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए गए तो अधिकारियों ने जांच एएसपी को दी गई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद गंभीर कांड में लापरवाही बरतने के बाद भी गलती स्वीकारने के बजाए अफसरों को गुमराह करने वाले एसओ अमरिया मुकेश शुक्ला पर गाज गिर गई। एएसपी से मिली जांच रिपोर्ट के बाद एसपी ने एक्शन लेते हुए उन्हे निलंबित कर दिया है।

घटना अमरिया थाना क्षेत्र की है। यहां के रहने वाले अनुसूचित जाति के 45 वर्षीय व्यक्ति का शव शारदा नहर के किनारे गांव के बाहर की तरफ पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। जिसके बाद परिजन ने हंगामा किया। उनका कहना था कि मृतक की बेटी को अगवा करने के बाद शोहदे ने दुष्कर्म किया। दूसरे दिन लड़की को रास्ते में छोड़ गए थे। फिर लगातार धमकियां दी जा रही थी और पुलिस तहरीर देने के बाद भी अनसुना कर गई थी। 

पिता की मौत के बाद बेटे से मिली तहरीर पर अमरिया पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की। गुरुवार को शव पोस्टमार्टम कराकर परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। इस मामले में पुलिस पर लगे आरोपों की जांच एएसपी को दी गई। अमृत विचार ने परिवार की बात को दमखम के साथ चुनावी व्यस्तता बताकर पुलिस ने टाल दी दुष्कर्म की शिकायत शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया। उसके बाद एएसपी अनिल कुमार ने जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट एसपी को दी। जिसके बाद एसपी सख्त हुए और फिर अमरिया एसओ को निलंबित कर दिया है। 

अभी तक नहीं कराया गया किशोरी का मेडिकल 
इस पूरे मामले में में अभी भी पुलिस की लापरवाही बरकरार है। पिता के खुदकुशी करने के बाद पुलिस हरकत में आई। लेकिन यह बात साफ है कि पूरा घटना क्रम बच्ची को अगवा करके रेप से ही शुरू हुआ था। दूसरे दिन आरोपी जब किशोरी को रास्ते में छोड़ गए। शिकायत थाना पुलिस, एसपी से लेकर पोर्टल तक हुई। मगर कार्रवाई नहीं हुई। अभी भी पीड़िता का मेडिकल नहीं कराया गया। शुक्रवार को भी एसओ यही कहते रहे की इस कांड में कोई अन्य जांच की जरूरत ही नहीं है। मेडिकल नहीं कराया गया है।

तो किसके दबाव में थे एसओ साहब
बता दे की अमरिया में पुलिस की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। इसी साल एक बच्ची की उसके परिजन ने निर्मम हत्या इस बात पर कर दी थी कि दुश्मन को फंसाना था। उस वक्त भी शिकायत को नजर अंदाज किया गया और बाद में अमृत विचार ने लापरवाही को उजागर किया और तत्कालीन एसओ पर गाज गिरी। इस घटना में भी यही हुआ। आखिर अमरिया में किस के रसूख के चलते पुलिस महिला खासकर नाबालिगों से जुड़े मामले में क्यों लापरवाही बरती जा रही है। 

घटना की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है। गहनता से मामले की विवेचना कराई जा रही है। लड़की का मेडिकल परीक्षण अभी नहीं कराया गया है। लड़की के बयान लिए जा चुके हैं। लापरवाही नहीं बरती जा रही है। विवेचना में साक्ष्य के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। - मुकेश शुक्ला, निलंबित थाना प्रभारी अमरिया।

अमरिया के मामले में घटना संज्ञान में आते ही रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। एएसपी से रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाही प्रतीत होने पर एसओ को निलंबित कर दिया गया है। निष्पक्ष कारवाई कराई जाएगी। -  अतुल कुमार, एसपी

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