खटीमा: सितारगंज में पेयजल लाइन के लिए 204 करोड़ का प्रस्ताव तैयार
ईई बोले-एडीबी के तहत होगा निर्माण कार्य, स्टेरिंग कमेटी के समक्ष रखेंगे आज
खटीमा के लिए भी प्रस्ताव बनाने की तैयारी शुरू, दोनों जगह 30-40 वर्ष पुरानी है पेयजल लाइन नई उम्मीद
खटीमा, अमृत विचार। सितारगंज व खटीमा क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध की उम्मीद जग गई है। सितारगंज क्षेत्र में 204 करोड़ की योजना का प्रस्ताव एडीबी की वित्तीय सहायता के तहत तैयार किया गया। जिसे शासन स्तर पर स्टेयरिंग कमेटी के समक्ष शुक्रवार को रखा जाएगा।
जिस पर निर्णय होने की उम्मीद बढ़ गई है। जल संस्थान के ईई अजय कुमार ने बताया कि खटीमा की पेयजल समस्या के निदान के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। दोनों जगह पेयजल लाइन 30-40 वर्ष पुरानी है।
बता दें कि सितारगंज व खटीमा क्षेत्र का राज्य गठन के बाद तेजी से विकास हुआ है। इसमें सितारगंज में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा व खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधायक कार्यकाल में निरंतर पेयजल व्यवस्था को बेहतर कराने की पहल की जाती रही है। इधर, सितारगंज में सिडकुल के चलते आबादी बढ़कर 45,334 हो गई है।
विभाग के अनुसार जल संस्थान संपूर्ण संसाधनों का प्रयोग कर 135 पर मात्र 70 एलपीसीडी पानी ही उपलब्ध करा पा रहा है। ईई ने बताया कि सितारगंज के 13 वार्डों में 24 घंटे पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता के लिए एडीबी के माध्यम से प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसे टाटा कंसल्टेंट कंपनी ने तैयार किया है।
इसमें 2 डैम, 850 केएल के 2 नए ओवर हेड टैंक, दो पुराने टैंक 1150 व 850 केएल, 9 नए ट्यूबवैल, 3 पुराने ट्यूबवैलों का अपग्रेड करने का प्रस्ताव है। इसके लिए 204 करोड़ का लागत प्रस्तावित है। बताया कि प्रस्ताव स्वीकृत होने पर 42 माह में योजना तैयार हो जाएगी।
इसके तहत सितारगंज में 146.25 किमी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसकी डीपीआर तैयार है और शहरी विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में होने वाली स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में इसे रखा जाएगा।
खटीमा के लिए दो टैंकरों की मिली वित्तीय स्वीकृति
जल संस्थान ईई अजय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा क्षेत्र के लिए दो पेयजल स्टील टैंकर की घोषणा की थी। इस पर 29 मई को शासन से वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया की भी स्वीकृति मिली गई है। बताया कि दोनों टैंकरों की लागत 47 लाख रुपये है। इससे पेयजल समस्या होने पर तत्काल निदान में कुछ आसानी होगी। जल्द ही टैंडर प्रक्रिया पूरी होने पर क्षेत्रवासियों को यह सौगात मिल जाएगी।
