हल्द्वानी: बिना सड़क गुजर गई आधी सदी, 'डी क्लास' रह गए डी क्लास वाले
हल्द्वानी, अमृत विचार। बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी अकसर गांवों में देखने को मिलती है। लेकिन ताज्जुब है कि हल्द्वानी शहर के एक हिस्से पर बसे हजारों लोग आधी सदी से बिना सड़क के बसर कर रहे हैं। शहर की सरकार से उम्मीद छोड़ चुके लोगों ने अब प्रदेश के मुखिया के दरबार में अर्जी लगाई है। डी क्लास नाम के मोहल्ले में रहने वाली हजारों की आबादी खुद से किए जा रहे डी क्लास जैसे बर्ताव से आहत हैं।
एक ओर सरकार हर घर पानी, बिजली और सड़क की सुविधा देने के प्रयास कर रही है। दूसरी ओर हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 58 का डी क्लास खन्न फार्म आज भी सड़क से वंचित है। इस क्षेत्र में सन् 1968 से भी पहले के लोग बसे हैं। वर्तमान में करीब 400 से ज्यादा लोग रहते हैं। जिनके पास पक्के मकान, बिजली और पानी की तो सुविधा है, लेकिन आवागमन के लिए सड़क नहीं है। लोगों को वन विभाग की जमीन से आना-जाना करना पड़ता है।
स्थानीय पार्षद मनोज जोशी ने बताया कि क्षेत्र के लोग लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पूर्व में मंडलायुक्त तथा डीएम से कई बार गुहार भी लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हार कर उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लोगों की समस्या बताई। जिस पर मुख्यमंत्री ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। उनके साथ क्षेत्र के गिरीश चंद्र पोखरिया भी मौजूद रहे।
चुनाव में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का दिया था नारा
सड़क की मांग को लेकर डी क्लास के लोगों ने पिछले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था। उन्होंने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया, जिससे प्रशासन में हलचल मच गई। प्रशासन के समझाने और कार्यवाही का आश्वासन देने के बाद लोग वोट डालने को राजी हुए, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।
