बहराइच: तो इस वजह से सुहगरात को नवविवाहित जोड़े की हुई थी मौत, पीएम रिपोर्ट पर उठ रहा सवाल! जानें क्यों...

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Published By Deepak Mishra
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राजू जायसवाल/बहराइच, अमृत विचार। जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गोडहिया नंबर चार गांव में बीते एक जून को सुहागरात की सुबह अपने कमरे में मृत पाए गए नव विवाहित जोड़े प्रताप व पुष्पा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हार्ट अटैक होना बताया गया है। लेकिन एक ही रात एक ही साथ नव विवाहित जोड़े को हार्ट अटैक आना लोगों के गले नहीं उतर रही है।

कैसरगंज कोतवाली क्षेत्र के गोडहिया नंबर एक निवासी नव विवाहित जोड़े की एक जून को कमरे में मृत शव मिला था। इससे क्षेत्र के साथ जिले में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की मौत हार्ट अटैक से होना बताया गया था। लेकिन दोनों की मौत एक ही रात एक ही साथ हार्ट अटैक से होना लोगों के गले नहीं उतर रही है। मौत ने एक नई बहस को जन्म दे गया है।

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मेडिकल साइंस के लिए भी रिसर्च का विषय बन चुके इस मामले से हर कोई आश्चर्यचकित है की एक नौजवान विवाहित जोड़ा एक ही रात में एक साथ हार्ट अटैक से कैसे मर सकता है ? हालांकि मृतक के परिजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पूरी तरह अंजान हैं उन्हें तो बस अपने बहू बेटे की मौत ईश्वरीय माया के अलावा कुछ भी नही जान पड़ता। मृतक के पिता सुंदर लाल सोमवार को ही अपने बहू व बेटे की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित कर लौटे हैं।

रूंधे गले से उन्होंने बताया कि एक ही रात में उनकी तो पूरी दुनिया ही उजड़ गई। हालांकि उनके तीन बेटे और हैं लेकिन प्रताप ही उनका घर चलाने वाला सबसे होनहार बेटा था। अब वो किसके सहारे जिएंगे। उन्होंने बताया की उस रात देर तक घर में जश्न जैसा माहौल था। घर में भाई बहनों के साथ दूल्हा दुल्हन आंगन में बिखरे गेहूं पर जमकर नाचे थे उस समय तक किसी को भी इस घटना का अंदाजा तक नही था।

मृतक प्रताप की मां जिन्होंने अपने मायके से लंबा घूंघट डालकर विदा होकर आई बहू को खुशी खुशी पारिवारिक रश्मों के साथ बांह पकड़ कर उसके कमरे में पहुंचाया था उन्हें उस मनहूस घड़ी को याद करने से भी डर लगता है। वो बताती हैं की उन्होंने अपनी पुरानी रिश्तेदारी में ही यह शादी तय की थी और बेटा बहू भी एक दूसरे को पहले से जानते थे अपनी शादी से दोनो खुश भी थे किसी को भी इस शादी से कोई आपत्ति नहीं थी। उस रात देर तक नाच गाना चला सभी ने देर में खाना खाया।

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चूंकि उस रात घर में मेहमान अधिक थे इसलिए सुबह के लिए खाने की तैयारी करनी थी फिर सारा काम निपटाने के बाद वो उस रात सिर्फ एक घंटे तक ही सोई। बहू बेटा भी देर में सोने के लिए अपने कमरे में गए। हालांकि थोड़ी देर बाद प्रताप कमरे से बाहर भी आया लेकिन मां की मर्यादा के चलते उन्होंने उससे कोई बात नही की। अपने गांव जा रहे मामा को रुकने की बात कह कर प्रताप दोबारा अपने कमरे में सोने चला गया। उसके सुबह दोनों के मृत शरीर ही पड़े मिले।

कमरे में लगा पुलिस का ताला 
घटना के बाद पुलिस ने उस कमरे में ताला लगा दिया है। उस कमरे में दरवाजे के अतिरिक्त एक मात्र बिना पल्ले वाली छोटी खिड़की से हमने उस कमरे की तस्वीर कैद करने की कोशिश की। कमरे के भीतर अभी भी दुल्हन का बेड व मायके से मिला सारा दहेज का सामान अब अपने असल वारिस के बिना सूना पड़ा है। एक कोने में विवाह मंडप पर दान में मिले दर्जनों स्टील के बर्तन भी रखे हैं।

चर्चाओं का बाजार गर्म 
मृतक प्रताप के कमरे में हवा पास होने के लिए एक छोटी खिड़की के सिवा कोई अन्य रास्ता नहीं है और उनके घर में बिजली भी नहीं है। उस रात भी शर्म के मारे मृतक दंपत्ति ने दरवाजे के साथ उसके बगल लगी उस छोटी सी खिड़की को भी पूरी तरह परदे से बंद कर रखा था।

ग्राम प्रधान पवन यादव ने बताया की घटना के दिन दोपहर में जब वह इंस्पेक्टर के साथ उस बंद कमरे में दाखिल हुए, जिसमें विवाह के कुछ दिन पहले ही उस कमरे का ताजा रंग रोगन हुआ था, उसमें पेंट की गंध भरी हुई थी। हालंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु हार्ट अटैक से होने की जानकारी के बाद भी उस इलाके में अन्य कई तरह के चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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