Banda News : बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर की दुल्हन बनने को माथा टेक लिया बजरंगी का आशीष

बांदा में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर की दुल्हन बनने को माथा टेक लिया बजरंगी का आशीष।

Banda News : बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर की दुल्हन बनने को माथा टेक लिया बजरंगी का आशीष

बांदा में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर की दुल्हन बनने को माथा टेक लिया बजरंगी का आशीष। गंगोत्रीधाम से मां गंगा का आशीर्वाद लेकर शिवरंजनी ने पहली मई को पदयात्रा शुरू की थी।

बांदा, अमृत विचार। बागेश्वरधाम सरकार के पीठाधीश्वर पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस समय यू-ट्यूबर, प्रसिद्ध भजन गायिका और एमबीबीएस छात्रा शिवरंजनी तिवारी उनकी दुल्हन बनने के लिये पहली मई को गंगोत्रीधाम से मां गंगा का आशीर्वाद लेकर बागेश्वर धाम तक पदयात्रा निकालने को लेकर सुर्खियों में हैं।

अपनी इस पदयात्रा के बीच शिवरंजनी दो दिन पहले चित्रकूट से संतों का समागम और आशीर्वाद लेकर अपने पिता और भाई के साथ लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही हैं।शहर स्थित संकट मोचन मन्दिर में माथा टेककर शादी की कामना पूरी करने का आशीर्वाद लिया। 

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उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी बैजनाथ तिवारी की पुत्री शिवरंजनी तिवारी को बचपन से ही सार्वजनिक जीवन में प्रसिद्धि पाने का शौक है। यू-ट्यूब में धार्मिक वीडियो अपलोड करने के कारण वह पहले से ही काफी चर्चित हैं। जगद्गुरु स्वामी स्वरूपानंद से पारिवारिक ताल्लुकात होने के कारण उनके परिवार में शुरू ही आध्यात्मिक माहौल रहा। वर्तमान में वह एमबीबीएस की छात्रा हैं और बागेश्वरधाम सरकार के पीठाधीश्वर पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के व्यक्तित्व से बेहद प्रभावित हैं।वह अग्नि को साक्षी मानकर उनके साथ सात फेरे लेकर उनकी दुल्हन बनने की इच्छा रखती हैं।

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इसीलिये पहली मई को उन्होंने उत्तराखंड के गंगोत्रीधाम पहुंचकर मां गंगा का न सिर्फ आशीर्वाद लिया, बल्कि कलश में गंगाजल भरकर उसे सिर पर रखकर बागेश्वर धाम तक की पदयात्रा आरंभ कर दी। उनके साथ दो चार पहिया गाड़ियां भी चल रही हैं, जिसमें जरूरत का सारा सामान रखा है। उनका कहना है कि वह आगामी 16 जून को बागेश्वरधाम सरकार में अपनी अर्जी लगायेंगी।

बागेश्वरधाम सरकार के दरबार में हाजिरी लगाने जा रही शिवरंजनी तिवारी दो दिन पहले चित्रकूट से बांदा के लिये रवाना हुईं। उन्होंने बताया कि चित्रकूट में संतोषी अखाड़ा में संतों का समागम मिला। वहां भजन प्रस्तुत किये। वापस आने से पहले वहां के संतों ने भी आर्शीवाद दिया है कि वह अपने लक्ष्य में सफल होंगी। यहां आकर उन्होंने शहर के संकट मोचन हनुमान मंदिर में माथा टेका। 

 बाबा सबके मन की बात जानते, उनकी भी पूरी करेंगे मनोकामना 

‘अमृत विचार’ के यह पूछे जाने पर कि वह आखिर उन्हें ही क्यों जीवनसाथी बनाना चाहती हैं तो उन्होंने कहा उनका उद्देश्य राष्ट्र को धर्म के पथ पर आगे बढ़ाने का है। वह भी सनातनी हैं और इस कार्य में वह उनका कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने को उनकी अर्धांगिनी बनना चाहती हैं। बताया कि वह उनसे सीधे कभी नहीं मिलीं, लेकिन 2021 से वह उनके वीडियो देख रही हैं। 16 जून को वह बागेश्वरधाम में अपनी अर्जी लगायेंगी। बाबा सबके मन की बात जानते वह उनकी भी बात जानकर उनकी मनोकामना पूरी करेंगे। उनकी सब पर कृपा होती है इसलिये उन्हें भी पूरा विश्वास है कि प्राणनाथ उनकी भी इच्छा जरूर पूरी करेंगे। 16 जून को वह लाइव आकर सबको बतायेंगी कि उनके मन में क्या है।  

मंदिर में भजनों की प्रस्तुति देकर बिखेरा सुरों का जलवा 

शिवरंजनी तिवारी ने संकट मोचन हनुमान मंदिर में श्रीराम नाम अखंड कीर्तन मंडली के साथ हारमोनियम पर बैठकर अपने भजनों की प्रस्तुति देकर सुरों का जलवा भी बिखेरा। शिवरंजनी ने सुप्रसिद्ध गायक हरिओम शरण का लोकप्रिय भजन ‘तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार’ समेत चार भजन गाये। इस दोरान सुरों का जादू देखकर मंदिर में आये श्रृद्धालुओं का वहां मजमा लगा रहा। बागेश्वर धाम के लिये रवाना होने से पहले शिवरंजनी ने मंदिर में साधु-संतों के चरण स्पर्श किये। संतों ने उसे उसके उद्देश्य में सफल होने का आशीष प्रदान किया।