अयोध्या : असमंजस में विस्थापित व्यापारी, दुकान लेने को चुकानी पड़ेगी भारी रकम
अमृत विचार, अयोध्या । अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण के दौरान पूर्ण रूप से विस्थापित हुए व्यापारियों को दुकान आवंटन की प्रक्रिया 27 जून से शुरू होने जा रही है। इस आवंटन के लिए दुकानों के रेट भी तय किये जा चुके हैं, जो कि 30 साल के लिए आवंटित होगी। प्रशासन की इस प्रक्रिया को लेकर रामपथ के व्यापारियों में नाराजगी है। उनके मुताबिक दुकान तोड़ने के दौरान एक लाख तक की धनराशि दी गई और अब सिर्फ 30 वर्ष के लिए भारी भरकम पैसे वसूले जा रहे हैं।
अयोध्या में रामपथ, भक्ति पथ पर सड़क चौड़ीकरण में बड़ी संख्या में व्यापारी प्रभावित हुए हैं, जिनको पुन: स्थापित करने के लिए अयोध्या में चार स्थलों पर दुकानों का निर्माण कराया गया है। स्टेशन रोड कौसलेश कुंज, टेढ़ी बाजार पश्चिम और पूरब, अमानीगंज में कुल 374 दुकानों को तैयार किया गया है, जिनके आवंटन में चारों स्थानों के लिए अब अयोध्या विकास प्राधिकरण 30 साल के समय सीमा में अलग-अलग रेट निर्धारित किया है।
रामपथ पर विस्थापित व्यापारी राजेन्द्र सिंह कहते हैं कि देवकाली चौराहे पर हमारी सबसे बड़ी दुकान थी। पूरी दुकान को तोड़ दिया गया, लेकिन अभी तक कोई आवंटन पत्र नहीं दिया गया है। अब पता चल रहा है कि मिलने वाली दुकान के लिए 10 लाख से ज्यादा की रकम देनी होगी। अयोध्या में मुख्य मार्ग पर बैठे व्यापारी मेले के भरोसे रहते थे। अब दुकान लेने के लिए इतनी बड़ी रकम कहा से देंगे।
व्यापारी कमलेश शर्मा ने कहा कि दुकान तोड़े जाने के नाम पर 1 लाख रुपया ही मिला है। और अब दुकान देने के लिए उसका 10 गुना रेट तय किया गया है। जिसकी इतनी बड़ी क्षमता ना हो वह गरीब व्यक्ति इन दुकानों को कैसे ले पाएगा।
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