अयोध्या : रुदौली के सीवन में हुई शाने औलिया कान्फ्रेंस व उर्स

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, अयोध्या । तहसील की ग्राम पंचायत सीवन में शाने औलिया कांफ्रेंस व हजरत लटियारे शहीद रहमतुल्लाह अलैह का उर्स मनाया गया। इस अवसर पर मौलाना कमालुद्दीन लखनवी ने कहा कि इस्लाम में कई तरह के शहीद होते हैं। सबसे अहम दर्जा अल्लाह या दीन ए इस्लाम की राह में अपनी जान की कुर्बानी देने वाला सबसे बड़ा शहीद होता है।

उन्होंने कहा कि शहीदों में इमाम हुसैन की शहादत सबसे अजीम शहादत है। उन्होंने कर्बला में हक और बातिल की लड़ाई में अपना सब कुछ कुर्बान कर दीन-ए-इस्लाम को बचाया। मुफ्ती रफीक बहराइची ने कहा कि मुसलमान का हर अमल अल्लाह की रज़ा के लिए होना चाहिए। दुनिया के दिखावे के लिए नहीं होना चाहिए। चाहे नमाज, रोजा या ईदुल अज़हा पर कुर्बानी हो।

उन्होंने कहा कि जिस इंसान का एखलाक किरदार, अमल अच्छा होगा वह इंसान बुराइयों से दूर रहेगा। मशहूर नातखुवां फजील इस्माइली, इकरार बरकाती, इस्माइल रजा और सोहराब कादरी ने अपना-अपना कलाम पढ़कर महफ़िल में समां बांधा दिया। सोहराब कादरी ने नाते पाक पढ़ा की फातिमा का लाडला सिब्ते नबी सजदे में है, मौत थर थर कांपती है जिंदगी सजदे में है।

जलसे की निजमतकारी अदनान और सदारत मौलाना गुलाम अब्दुल कादिर ने की। समापन के बाद सलातो-सलाम पढ़कर मौलाना कमालुद्दीन ने मुल्क की खुशहाली, तरक्की खैर व बरकत के लिए दुआएं मांगी। मौलाना मोहम्मद अहमद रजा कबीर, कारी मुनीर इस्माइली, कारी नूर मोहम्मद, मोहम्मद अली, मोहम्मद अजीम, सरफराज, उजेरअहमद, समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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