बरेली: जिले में 300 के पार पहुंची मलेरिया मरीजों की संख्या, डेंगू की तेजी से फैलने की आशंका
3200 टीमें कर रहीं रोकथाम के प्रति जागरूक, मगर अफसरों को नहीं पता, विशेष संचारी रोग अभियान हुआ शुरू
बरेली, अमृत विचार। मलेरिया और डेंगू से बचाव की तैयारियां कागजों तक सिमट कर रह गई हैं। यह स्थिति तब है जब 2018 में जिला मलेरिया और डेंगू के मामलों में प्रदेश में टॉप पर रहा। विभाग के अनुसार जनवरी से जून तक जिले में 2 लाख 30 हजार घरों का सर्वे किया गया है। दावा है कि सिर्फ 20 घरों में मच्छरों का लार्वा मिला, जिसे नष्ट करा दिया गया, जबकि जिले में 300 से अधिक मलेरिया ग्रसित मरीजों की संख्या पहुंच चुकी है। बारिश के बाद डेंगू के फैलने की आशंका जताई जा रही है। 3200 टीमें लोगों को बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक कर रही हैं, मगर ये टीमें कहां काम कर रही हैं, अफसरों को इसकी जानकारी नहीं है।
शनिवार को जिले में जुलाई के अंत तक चलने वाले विशेष संचारी रोग अभियान का आरंभ सीबीगंज स्थित नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने किया। डॉ. सीपी सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रशांत रंजन और सीबीगंज यूपीएचसी की प्रभारी डॉ. मधु गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली शुरू की। संचारी रोग नियंत्रण करने के लिए सभी को शपथ दिलाई।
17 से चलेगा दस्तक अभियान, 8 लाख घरों में टीमें देंगी दस्तक
17 जुलाई से दस्तक अभियान भी शुरू हो रहा है। इस दौरान आशाएं घर-घर दस्तक देंगी। घरों पर स्टीकर लगाकर लोगों को जागरूक करेंगी कि यदि बुखार आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इलाज कराएं। जिले में 8 लाख घरों में टीमें सर्वे करेंगी। आशा प्रतिदिन की रिपोर्ट एएनएम को उपलब्ध कराएंगी। आशा बुखार, इन्फ्लुएंजा ग्रसित, क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों, कुपोषित बच्चों और ऐसे मकान जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो, उनकी जानकारी मुहैया कराएंगी।
इन बातों को रखें ध्यान
डेंगू, चिकनगुनिया का एडिज मच्छर दिन में काटता है और कृत्रिम रूप से इकट्ठा हुए पानी में पनपता है। जापानी बुखार एवं फाइलेरिया फैलाने वाले क्यूलेक्स मच्छर रात में काटते हैं। रुके हुए पानी में पनपते हैं। वहीं मलेरिया फैलाने वाला एनाफिलीज मच्छर गंदे ठहरे हुए पानी में पनपता है।
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