प्रयागराज : 11 साल की काजल ने शुरु की पदयात्रा, दूसरी बार सीएम से करेंगी मुलाकात 

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Published By Jagat Mishra
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आजाद प्रतिमा के सामने अमर ज्योति जलाने का मुख्यमंत्री को देगी प्रस्ताव

प्रयागराज, अमृत विचार। जिले की रहने वाली 11 साल की काजल ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के शेड संकल्प लेते हुए पदयात्रा शुरू कर दी है। प्रयागराज से पैदल वह राजधानी लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। पदयात्रा करते हुए वह 5 जुलाई को लखनऊ स्थित योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंचकर मुलाक़ात करेंगी। 

दरअसल, आजाद पार्क में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के सामने अमर ज्योति जलाने का प्रस्ताव लेकर काजल मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रवाना हुई है। इसके पहले भी काजल प्रयागराज से लखनऊ की यात्रा दौड़ते हुए पूरी कर चुकी है और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर चुकी है। इतना ही नहीं काजल प्रयागराज से दिल्ली तक पैदल जा चुकी है। अब एक बार फिर वह बारिश में पदयात्रा के लिए रवाना हुई है। 30 जून को वह अपने घर मांडा से निकलकर प्रयागराज के सुभाष चौक पर पहुंची। यहां से एक जुलाई को वह लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। उसके साथ उसके कोच रजनीकांत शंकरलाल निर्मल भी हैं। काजल हाथ में तिरंगा लेकर अपनी मंजिल को पाने के लिये आगे बढ़ रही है।
 
मांडा के ललितपुर की रहने वाली काजल पांचवीं कक्षा में पढ़ाई करती है। वह इसके पहले प्रयागराज से दिल्ली तक यानी 720 किलोमीटर की दूरी पैदल पूरी कर चुकी है। अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन में भी लगभग 42 किलोमीटर लगा के साथ भागीदारी कर चुकी है। पिछले साल वह मुख्यमंत्री योगी से मिलने के लिए प्रयागराज से दौड़ते हुए लखनऊ पहुंची थी। मुख्यमंत्री के आवास पर उनसे मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने काजल को उपहार में जूते दिए थे। सीएम ने यह भी आश्वासन दिया था कि तुम्हारा पूरा खर्च मैं संभालूंगा बस इसी लगन से आगे बढ़ते रहो।

काजल का कहना है कि पुरी से भुनेवश्वर तक की दूरी दौड़ कर पूरी करने वाले 7 साल के बुधिया से वह बहुत प्रेरित हुई थी। इसके बाद वह भी कुछ अलग करने का मन मे ठान लिया था। इसमें पिता नीरज कुमार, चाचा रजनीकांत की अहम भूमिका है। पिता बेटी काजल का हर कदम पर उत्साह बढ़ाते हैं। पिता कहना हैं कि उनकी बेटी देश के लिए कुछ् करना चाहती है। काजल चार भाई बहनों में तीसरे नंबर की है, तीन बहन और एक भाई हैं, जिसमें अपने आप को बिल्कुल अलग साबित करना चाहती है।

मैराथन दौड़ में नही मिला था सम्मान
प्रयागराज में अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन दौड़ का आयोजन 19 नवंबर 2022 को हुआ था। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में काजल भी हिस्सा लेना चाहती थी लेकिन प्रशासन की ओर से उसकी कम उम्र के चलते दौड़ने की आधिकारिक अनुमति नहीं मिली थी। बावजूद इसके काजल इस दौड़ में शामिल हुई थी। उसने मदन मोहन मालवीय स्टेडियम से 42 किलोमीटर की पूरी दौड़ लगाने में सफल हुई। वहां मौजूद हर किसी ने उसकी सराहना की लेकिन सम्मान की बात पर उसे सर्टिफिकेट नहीं दिया। काफी प्रयास के बाद भी मौजूद खेल राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी से मिलने नहीं दिया गया। अंत में इसके लिए काजल पैदल दौड़ते हुए लखनऊ योगी से मिलने के लिए गई थी। वहां योगी ने उसे आश्वासन और शुभकामनाएं दी थी।

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