Kanpur Dehat: सिकंदरा से चौडगरा तक स्टेट हाईवे होगा फोर लेन, 27 किलोमीटर का नया हिस्सा शामिल, तैयार होगी DPR
कानपुर देहात में सिकंदरा से चौडगरा तक स्टेट हाईवे फोर लेन होगा।
कानपुर देहात में सिकंदरा से चौडगरा तक स्टेट हाईवे फोर लेन होगा। पहले भोगनीपुर- घाटमपुर से चौडगरा तक काम होना था।
कानपुर देहात, [त्रिपुरेश अवस्थी]। भोगनीपुर से चौडगरा के बजाय अब सिकंदरा से भोगनीपुर होते हुए चौडगरा तक स्टेट हाईवे को फोर लेन बनाया जाएगा। पहले भोगनीपुर- घाटमपुर से चौडगरा तक इस मार्ग को चार लेन किया जाना था। उप्र राज्य राजमार्ग प्राधिकरण को इस पर 1136.44 करोड़ रुपये खर्च करने थे।
एक कंपनी का चयन भी निर्माण के लिए कर लिया गया था। पांच माह पहले इस प्रोजेक्ट को घाटे का सौदा मानकर कंपनी ने कदम वापस खींच लिए तो प्रक्रिया रद करनी पड़ी। सांसद देवेंद्र सिंह भोले की पहल पर अब तय किया गया है कि इसका विस्तार सिकंदरा तक किया जाएगा।
झांसी और इटावा की ओर से आने वाले वाहन जिन्हें प्रयागराज की चौडगरा की ओर जाना होता है। उन्हें अभी फतेहपुर के रास्ते जाना होता है। इससे उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। जबकि सिकंदरा से भोगनीपुर होते हुए चौडगरा जाने के लिए टू लेन मार्ग है। इस मार्ग पर यातायात के दबाव के कारण जाम भी लगता है और सड़क आए दिन टूटती है ।
इस समस्या के समाधान के लिए ही तीन साल पहले भोगनीपुर से घाटमपुर होते हुए चौडगरा तक स्टेट हाईवे को फोर लेन बनाने की योजना बनी थी। इस मार्ग के चौड़ीकरण होने से झांसी की ओर से आने वाले भारी वाहनों को फतेहपुर भी आना- जाना आसान होता। पिछले साल टेंडर हुआ तो सात कंपनियों ने हिस्सा लिया।
जिस कंपनी को टेंडर मिला उसने निर्माण से मना किया तो जुर्माना भी उस पर लगा और प्रोजेक्ट को रोक दिया गया। अब सिकंदरा से चौडगरा तक चौड़ीकरण के लिए पुन: फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनेगी और फिर मंजूरी के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
भूमि का अधिग्रहण भी करना होगा
भोगनीपुर, घाटमपुर और चौडगरा रेलवे रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनेगा। घाटमपुर में 4.6 किलोमीटर लंबा एक बाईपास बनाया जाएगा। भोगनीपुर से चौडगरा तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। अब भोगनीपुर से सिकंदरा के बीच भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ेगी। पहले 82.53 किलोमीटर लंबे इस हाईवे का चौड़ीकरण होना था अब लंबाई 27 किलोमीटर और बढ़ जाएगी। भूमि अधिग्रहण पर तीन सौ करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जा चुका है।
पीपीपी मॉडल पर होगा निर्माण
प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल पर चौड़ीकरण का कार्य होना है। डिजाइन विल्ड फाइनेंस आपरेट एंड ट्रांसफर मोड के तहत निर्माण एजेंसी ही पूरी धनराशि खर्च करेगी और टोल टैक्स की वसूली कर लागत और मुनाफा निकालेगी।
सिकंदरा तक मार्ग को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में नए सिरे से फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर तैयार होनी है। जल्द ही प्रक्रिया शुरू होगी।- विमल कुमार, जीएम तकनीकी उपसा
